रांची। झारखंड में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जारी प्रत्याशियों की सूची में पांच महिलाओं को स्थान दिया है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में महिलाओं को स्थान भले ही नहीं दिया है, लेकिन झारखंड विधानसभा में चुनाव दर चुनाव महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। हालांकि, झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में भाजपा को छोडक़र कोई भी पार्टी ने आधी सीटों पर भी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।

झारखंड की प्रमुख पार्टियों में कांग्रेस छह, जबकि राजद ने अपने पांच प्रत्याशियों की घोषणा की है। इधर, ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन ने भी अपने 11 उम्मीदवारों की जारी पहली सूची में दो महिलाओं को टिकट थमाया है। उल्लेखनीय है कि झामुमो, कांग्रेस और राजद एक गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है। झामुमो 43 तथा कांग्रेस 31 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि राजद को सात सीटें दी गई हैं।

भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल आजसू और भाजपा में अब तक सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। आंकड़ों पर गौर करें तो झारखंड विधानसभा चुनाव में महिलाओं की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। झारखंड बनने के बाद वर्ष 2005 में हुए पहले विधानसभा में पांच महिला प्रत्याशी जीत हासिल कर विधानसभा पहुंची थी।

इसके बाद यहां के मतदाता आधी आबादी की साझेदारी बढ़ाते रहे। झारखंड में 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने विभिन्न पार्टियों की आठ महिला प्रत्याशी को विजयी बनाया और विधानसभा में आधी आबादी की साझेदारी पिछले चुनाव की तुलना में बढ़ गई।

महिला विधायकों का यह ग्राफ 2014 के चुनाव में भी बढ़ा, जब इनकी संख्या नौ तक जा पहुंची। सिल्ली और गोमिया में हुए उपचुनाव में भी मतदाताओं ने महिला प्रत्याशियों- क्रमश: झामुमो की सीमा देवी व बबीता देवी को विजयी बनाकर विधानसभा पहुंचाया, जिससे विधानसभा में महिलाओं की कुल संख्या 11 तक जा पहुंची।

इस चुनाव में भाजपा ने दुमका से लुईस मरांडी को फिर से प्रत्याशी बनाया है, जबकि कोडरमा ने मंत्री नीरा यादव पर पार्टी ने एक बार फिर विश्वास जताया है। झरिया से पार्टी ने रागिनी सिंह को, जबकि पोटका से मेनका सरदार और छतरपुर से पुष्पा देवी को उम्मीदवार बनाया है। आजसू ने रामगढ़ से सुनीता चौधरी और लोहरदगा से नीरू शांति को प्रत्याशी बनाया है।

उल्लेखनीय है कि नीरा यादव ने पिछले चुनाव में कोडरमा की विधायक रही और राजद की प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी को हराकर विधानसभा पहुंची थी। अन्नपूर्णा देवी फिलहाल भाजपा की सांसद हैं। वैसे, माना जा रहा है कि अभी जैसे-जैसे पार्टियों द्वारा प्रत्याशियों के नाम जारी किए जाएंगे, महिला प्रत्याशियों की संख्या में वृद्धि होगी। लोगों को उम्मीद कि विधानसभा में आधी आबादी की साझेदारी में पिछले चुनाव की तुलना में इस चुनाव के बाद और बढ़ेगी।

गौरतलब है कि दुमका की विधायक लुइस मरांडी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पराजित कर विधानसभा पहुंची थी, जबकि सिल्ली से विजयी सीमा देवी उपचुनाव में ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) के प्रमुख सुदेश महतो को हराकर विधानसभा में अपनी भागीदारी तय की थी।

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