Joharlive Team
रांची। गुमला के सिसई अंतर्गत बधनी गांव बूथ संख्या 68 में मतदान के दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के बाद पोलिंग पार्टी को सुरक्षित निकाला गया है। गुमला एसपी अंजनी कुमार झा स्वयं भारी संख्या में अर्द्धसैनिक बल के साथ गांव में प्रवेश कर पोलिंग पार्टी को निकाला है। गांव को सील कर भारी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है। फिललाल गांव का माहौल पूरी तरह से गर्म है। मौके से एके 47 की कई गोली और खोखा भी बरामद किया गया है।
इससे पूर्व हिंसक झड़प में गांव में रहने वाला जिलानी अंसारी(28) की मौत हो गयी है। जबकि, थाना प्रभारी विष्णु देव चौधरी, जवान अखिलेश यादव, राहुल, बीडीओ के चालक सीताराम सिंह और पत्रकार सीताराम साहू गंभीर रुप से घायल है। इसके अलावा भी आधा दर्जन लोग घायल है। हिंसक झड़प की सूचना मिलने के बाद गुमला एसपी, उपायुक्त, सीआरपीएफ की कंपनी मौके पर पहुंच चुकी है। बधनी गांव में फिलहाल तनाव का माहौल बना हुआ है। पूरे गांव को सील कर दिया गया है। सूत्र बतातें है कि अगर उस समय पुलिस की ओर से गोली नहीं चलाया जाता, तो कई पुलिस की मौत मौके पर हो जाती। देखा जायें, तो पूरी साजिश के तहत पुलिस को टारगेट बनाया गया था।
ग्रामीणों ने बताया कि लाइन मे वोटर लोग खड़े होकर अपने मौका का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच अर्द्धसैनिक बल के दो जवान आये और एक पार्टी के पक्ष में वोट मारने को कहने लगा। वोटर लोग बोला कि हम किसी को वोट मारे आप कौन होते है। फिर धीरे-धीरे बात बढ़ी और अर्द्धसैनिक बल के जवान ने असफाक अंसारी के जांग में सटा कर गोली मार दिया।
उसके बाद वोटरों में अफरा तफरी मच गया और जवान पर पत्थर बाजी करने लगा। देखते-देखते पूरा माहौल युद्ध क्षेत्र में तबदील हो गया। फिर अर्द्धसैनिक बल की ओर से गोली चलने लगी। इसके बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचे है।
पुलिस प्रशासन के समझाने के बावजूद नहीं माने ग्रामीण
मतदान के लिए ग्रामीण सुबह से ही लाइन में इंतजार कर रहे थे। सुबह करीब सवा आठ बजे मतदान ड्यूटी में तैनात एक जवान ने एक पार्टी के पक्ष में वोट डालने को कहा। इस पर ग्रामीणों ने विरोध करते हुए दूसरे पार्टी को वोट देने की बात बोला। इस पर जवान ने ग्रामीण के पैर में सटाकर गोली मार दी। जिसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए और हिंसक झड़प शुरु हो गयी। सूचना पर थाना प्रभारी विष्णु देव चौधरी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को काफी समझा कर मामला शांत करने को कहा। इसके बावजूद ग्रामीण बात को न मानकर उग्र हो गए। जिसके बाद पुलिस को थोड़ी सख्ती बरतनी पड़ी। हालांकि, ग्रामीणों ने भी पथराव शुरु कर दिया। जिसमें थाना प्रभारी समेत कई लोग घायल हो गए।