JoharLive Team
खूंटी । विधानसभा चुनाव की मतगणना के दिन जैसे-जैसे निकट आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे उम्मीदवारों और उनके समर्थकों के दिलों की धड़कनें तेज होती जा रही है। खूंटी लोकसभा सीट के तहत आने वाले कई विधानसभा सीटों पर इस बार अप्रत्याशित परिणाम आने की संभावना स्थानीय राजनीति के जानकार लगा रह हैं। अभी 23 दिसंबर आने में भले ही छह दिन बाकी हों, पर वैसे उम्मीदवारों की भूख और नींद गायब है, जो खुद में चुनावी दंगल में मजबूत समझ रहे हैं। एक ओर जहां भाजपा के नेता और कार्यकर्ता दावा कर रहे हैं कि तोरपा, खूंटी, सिमडेगा और खरसावां में तो भाजपा की जीत तय है ही, इसब बार पार्टी कोलेबिरा और तमाड़ में भी नया इतिहास बनायेगी। इसके विपरीत झामुमो, कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों के नेता कहते हैं कि परिणाम आने दीजिये, तब पता चलेगा कि किसकी कथनी में कितना दम है। विपक्षी दल के नेताओं का दावा है कि मतदाताओं ने भाजपा को इस बार अच्छा सबक सिखाया है। उनका कहना है कि इस बार राज्य में महागठबंधन की सरकार बनना तय है। जिले में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्रों खूंटी और तोरपा की बात करें, तो यहां भाजपा कार्यकर्ता जीत को लेकर कुछ अधिक ही उत्साहित नजर आते हैं। उनका दावा है कि खूंटी सीट से भाजपा उम्मीदवार नीलकंठ सिंह मुंडा की कद-काठी का कोई उम्मीदवार मैदान में है ही नहीं। इसलिए मुंडा की जीत तय है। उनका कहना है कि तोरपा सीट में भी ईसाई मतों का किसी खास पक्ष में ध्रुवीकरण न होकर मतों के बिखराव के कारण भाजपा उम्मीदवार कोचे मुंडा की जीत पक्की है।