आरके दुबे
Jharkhand Assembly Election 2024 : आज झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा होने जा रही है. इससे पहले राजनीतिक दल उम्मीदवारों की चयन सूची को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार है, जिसमें प्रमुख दल झामुमो, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और सीपीआई (एमएल) शामिल हैं. हालांकि, सीट शेयरिंग को लेकर झामुमो और कांग्रेस के बीच मतभेद दिखाई दे रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गठबंधन को मजबूती से आगे बढ़ाने के प्रयास में हैं और इस संबंध में दिल्ली में कांग्रेस के आला नेताओं के साथ उनकी बैठक भी हुई है. श्री सोरेन हर एक सीट पर मजबूत उम्मीदवार उतारने की योजना बना रहे हैं.
2019 का चुनाव व वर्तमान स्थिति
2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो ने 30 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस ने 16 सीटें जीती थीं. कांग्रेस में जेवीएम के बंधु तिर्की और प्रदीप यादव के आने से विधायकों की संख्या 18 हो गई थी. हालांकि, बंधु तिर्की की विधायकी जाने के बाद मांडर उपचुनाव में उनकी बेटी शिल्पी नेहा तिर्की ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस मांडू सीट पर अपना दावा पेश करने की योजना बना रही है, लेकिन यह सीट झामुमो की परंपरागत सीट मानी जाती है. राजद और सीपीआई (एमएल) ने 2019 में केवल एक-एक सीट पर जीत हासिल की थी. इस बार राजद 22 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है, जबकि सोरेन 4 सीटें देने की तैयारी में हैं.
सीट शेयरिंग पर गंभीरता
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस झारखंड प्रदेश में 32 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, जबकि झामुमो 25 सीटों से ज्यादा देने के मूड में नहीं है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सीट शेयरिंग को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और गठबंधन के नेताओं के साथ चर्चा के बाद ही फाइनल निर्णय लेंगे. बहरहाल, झारखंड की 81 सीटों में से 50 सीटों पर कोई विवाद नहीं है, लेकिन शेष 31 सीटों पर उम्मीदवार चयन में श्री सोरेन सावधानी बरतना चाहते हैं. अब चुनावी तैयारियों के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस को कितनी सीटों पर संतोष करना पड़ता है.