देवघर : जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कामेश्वरनाथ दास ने देवघर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि वे पूर्व में देवघर से विधायक रह चुके हैं. लेकिन इस बार जदयू ने संगठन के लोगों को टिकट नहीं दिया. इस कारण पार्टी को दिखाने के लिए वे देवघर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि देवघर के लोगों का समर्थन उन्हें मिल रहा है. इस कारण निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहा हूं और जीत को लेकर भी आश्वस्त हूं. 28 अक्टूबर को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करूंगा.
अपनी भावना से पार्टी आलाकमान को कराया अवगत
उन्होंने अपनी भावना से पार्टी आलाकमान को भी अवगत करा दिया है. उन्होंने संभावना जताई कि जदयू सिंबल अलॉट कर सकती है तब देवघर में भाजपा के साथ दोस्ताना संघर्ष हो सकता है. इसके लिए जदयू जिला कमेटी के साथ उन्होंने समीक्षा बैठक भी की है, ताकि कार्यकर्ताओं की भावना से अवगत हो सकें. बैठक में जदयू के जिला अध्यक्ष सतीश दास समेत पार्टी के कई जिला स्तरीय नेता मौजूद थे.
2005 में जदयू के टिकट पर जीता था चुनाव
उधर, कामेश्वर दास के चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा प्रत्याशी नारायण दास की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि नारायण और कामेश्वर दोनों एनडीए के नेता हैं. कामेश्वर के निर्दलीय चुनाव लड़ने से भाजपा का ही वोट कटेगा. नारायण और कामेश्वर दोनों एक ही समाज से आते हैं. 2005 में कामेश्वरनाथ दास ने देवघर विधानसभा से जदयू की टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी.