रांची। देवघर जिला अंतर्गत जसीडीह थाना में पदस्थापित थानेदार “विक्रम प्रताप” विभाग के वरीय अधिकारी की बात नहीं सुनते है। आखिर इनके ऊपर किसका हांथ हो सकता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण मंगलवार को देखने मिला है। हुआ यूं कि देवघर एसपी सुभाष जाट ने सोमवार की रात शराब के नशे में पेट्रोल पंप से पकड़े गए पवन नामक एक व्यक्ति को थाना में केस करने के बाद थाना से बेल देने को बोले थे। लेकिन, सुबह से शाम हो जाने के बावजूद पवन के परिजनों को निराशा हांथ लगी। थानेदार विक्रम प्रताप थाना से अपने आवास, मिलने वाले करीबियों से थाना में मिलते रहे। लेकिन, पवन के रिश्तेदार से न मिले और ना ही पवन को छोड़ने का नाम ले रहे। इनकी रौब देख ऐसा प्रतीत होता है कि विक्रम प्रताप थानेदार नहीं, पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी है।
बेल बांड भराने के बावजूद कई घंटों पवन को बैठा कर रखा थाना में
बताया जाता है कि पवन कुमार को बेल भरवाने के बावजूद थाना में कई घंटों तक बैठा कर रखा गया। कागजी कार्रवाई पूरी होने पर परिजनों ने छोड़ने को लेकर थाना में पूछताछ की तो थाना में डयूटी कर रहे पदाधिकारी ने कहा कि थाना प्रभारी का आदेश है।
क्या है मामला
सोमवार की रात पवन कुमार अपनी गाड़ी में पेट्रोल पंप में तेल भरवाने के लिए भेजे थे। पंप कर्मचारियों द्वारा तेल नहीं दिया जा रहा था। इस पर पवन कुमार पंप पर मामला समझने पहुंचे। उस वक़्त पवन कुमार शराब के नशे में थे। बातचीत के दौरान दोनों पक्ष आपस में उलझ गए। फिर मौके पर जसीडीह थाना की गश्ती गाड़ी पहुंची, तो उनलोगों से भी तू-तू मैं-मैं होने लगी। मामला बढ़ता देख जसीडीह थाना के पदाधिकारी पवन कुमार को उठाकर थाना ले आये और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए है।