JoharLive Team
रांची। झारखंड पुलिस के लिए वर्ष 2020 का जनवरी महीना बहुत ही सफलतापूर्ण व कामयाबी भरा रहा। राज्य की पुलिस ने नक्सल फ्रंट पर अपने बेहतर रणनीति और कामयाबी पाते हुये साल के पहले महीने में 39 नक्सलियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। वहीं पुलिसिया दबाव में आकर 04 नक्सलियों ने हथियार डाल दिये जिसमें एक नक्सली पांच लाख का इनामी थी है।
- जनवरी महीने के आंकड़े
राज्य की पुलिस ने वर्ष के पहले माह जनवरी में 39 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों में एक जोनल और चार सबजोनल स्तर के नक्सली भी शामिल हैं। पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक लातेहार में नक्सल अभियान के दौरान पुलिस से लूटे गए तीन हथियारों की बरामदगी की है। वहीं 17 देशी हथियार बरामद किए गए हैं। पूरे मामले में 622 कारतूस की बरामदगी की गई है। लातेहार में पुलिस को सर्वाधिक सफलता मिली है। जहां से पुलिस ने पांच लाख लेवी की राशि, 615 कारतूस की बरामदगी की है। पुलिस ने एक माह में कुल 116.5 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है।
- क्वालिटी गिरफ्तारी भी हुआ पांच
राज्य के पुलिस के प्रवक्ता और आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह के अनुसार पहले महीने में ही झारखंड पुलिस ने पांच क्वालिटी गिरफ्तारी की है। क्वालिटी गिरफ्तारी का मतलब यह होता है कि पांच ऐसे नक्सली गिरफ्तार हुए हैं जो अपने अपने संगठन में बहुत महत्वपूर्ण पद पर थे। इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठनों को काफी नुकसान पहुंचा है।
- चार नक्सलियों ने किया आत्मसमपर्ण
जनवरी महीने में चार बड़े नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया। सीनियर एसपी अनीश गुप्ता के सामने पांच लाख कुख्यात नक्सली कमांडर गोपाल गंझू ने हथियार डाल दिए।
- ध्वस्त हुआ नक्सल कैंप
लोहरदगा में एक नक्सल कैंप को ध्वस्त किया है। राज्यभर में चले अभियान के बाद पुलिस ने चार आईइडी, 11 डेटोनेटर, भी बरामद किया है। सर्वाधिक 13 नक्सलियों की गिरफ्तारी पलामू से हुई है। पुलिस ने नक्सलियों के लेवी की कुल 5.30 लाख रुपए की रकम जब्त की है। हालांकि एक तरफ गिरफ्तारियां और आत्मसमर्पण के आंकड़ों को देखें तो पुलिस के लिए साल 2020 का पहला महीना बेहद कामयाबी भरा रहा, लेकिन इस दौरान नक्सलियों ने भी कई जगह अपनी उपस्थिति भी दर्ज करवाई और कई वारदातों को अंजाम दिया। सबसे ज्यादा नक्सलियों ने कमर्शियल वाहनों को आग के हवाले कर दहशत फैलाया।