जामताड़ा: 17 से 21 फरवरी तक नेपाल के पोखरा में अंतराष्ट्रीय तीरन्दाजी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. भारत और नेपाल के तीरन्दाज ने इस खेल में भाग लिया था. भारतीय तीरन्दाजी टीम के टीम इवेंट प्रतिस्पर्धा में पार्थ घोड़ई (झारखंड), विक्रम सिंह (उत्तराखंड), अजय कुमार (हरियाणा) से प्रतिनिधित्व कर रहे थे. भारतीय तीरन्दाजों ने टीम प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है. पार्थ ने व्यक्तिगत स्पर्धा 50 मीटर की प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया. पार्थो ने व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक और टीम इवेंट में भी स्वर्ण पदक जीतकर भारतीय सेना के साथ-साथ जामताड़ा जिला सहित झारखंड प्रदेश एवं भारत का तिरंगा को लहराने का कार्य किया जो. पार्थ के जीत के खुशी में जामताड़ा के खेल प्रेमी अपार हर्ष महसूस कर रहे हैं. इस बात की जानकारी देते हुए जामताड़ा जिला के पूर्व अंतरराष्ट्रीय मार्शल आर्ट खिलाड़ी दीपक दुबे ने बताया कि पार्थ घोड़ई कुंडहित प्रखंड के निजमानधारा गांव निवासी है जो वर्तमान समय में भारतीय सेना में कार्यरत हैं.
उन्होंने बताया कि पार्थो पिछले 12 साल से तीरंदाजी के क्षेत्र में मेहनत कर रहे थे और वह लगातार भारतीय सेना के टीम में राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में अपना दबदबा हासिल करते आ रहे थे. इस बार अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पदक प्राप्त कर उन्होंने अपना जलवा बिखेरा है. पार्थो बचपन से ही काफी मेहनती और लग्नशील रहे हैं. उन्होंने निरंतर अपने देश सेवा के प्रति अपने जीवन को समर्पित कर भारतीय सेना के सेवा को चुना. पार्थो के उपलब्धि पर जामताड़ा के खेल प्रेमी अरुप मित्रा, चंचल भंडारी, नितेश सेन, सूरज कु.पासवान, भास्कर चांद, संजीव सेन एवं परिणीता सिंह ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी. पार्थ के जामताड़ा आने पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा.
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