जामताड़ा: मन में इच्छा शक्ति हो तो पत्थर में भी फूल खिलाया जा सकता है. यह चिरतार्थ कर दिखाया है कुंडहित प्रखंड के अंबा गावं के शिक्षित युवा किसान अरिंदम चक्रवर्ती ने. आज कुंडहित प्रखंड सहित पुरे देश में अरिंदम चक्रवर्ती के कृषि कार्य को लेकर चर्चा बना हुआ है. अरिंदम चक्रवर्ती का उत्कृष्ट कृषि कार्य को देखते हुए जिला के अलावे राज्य में भी पुरस्कार से सम्मनित किया गया. वहीं बीते दिन दिल्ली और बुधवार को कोलकता में आईसीएआर व सीआईएफई के तहत एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड 2024 में पश्चिम बंगाल के एडिशनल चीफ सेकेटरी सुब्रत गुप्ता एंव प्रोजेक्ट सेकेटरी तापस कुमार घोषाल के हाथों से सम्मानित किया गया.
इस दौरान अरिंदम चक्रवर्ती ने बताया कि मेरे द्वारा किए गये उत्कृष्ट आम बागवानी की चर्चा सुनकर बंगाल के कोलकाता शॉर्टलेक आईसीएआर एंव सीआईएफई के तहत मुझें 31 जनवरी 2024 को कोलकाता कार्यक्रम में उपस्थित होने का आमत्रंण पत्र भेजा गया था. जहां पहुंचने पर पश्चिम बंगाल द्वारा आयोजित एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड 2024 में मुझे अवार्ड से सम्मानित किया गया. जहां अधिकारी द्वारा जैविक खेती पर चर्चा किया गया. उन्होंने कहा कि रसायनिक खादों से जमीन जहरीले हो रहें है. साथ ही रसायनिक खाद से उत्पन्न साग सब्जी खाने से तरह-तरह की बीमारी उत्पन्न हो रही है. इससे बचने के लिए किसानों को जैविक खेती पर जोर देने को कहा गया. कहा गया की जैविक खादों व दवाईयों का उपयोग अधिक से अधिक फसल उत्पादक कर सकते है. वहीं इससे मिलने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दिया गया.
अरिंदम चक्रवर्ती को कोलकाता में अवार्ड मिलने से क्षेत्र के किसानों ने बधाई दी. इस दौरान शालुका के किसान सजल दास, सियारसुली के नदिया मंडल, बीटीएम नरेश साह आदि ने बताया आज अरिंदम चक्रवर्ती के खेती देखकर हम सभी को गर्व महसुस हो रहा है. उनके द्वारा आम बागवानी में मियाजाकी सहित विभिन्न उच्च प्रजाति के आम, लिची, आमरुद सेव, नारियल, जामुन आदि प्रजाति के फलों क्षेत्र में चर्चा है. उनके द्वारा किए गये बागवानी को देखकर हम सभी किसानों को उसी तरह की बागवानी करने की प्रेरणा जगा है.