रांची: जान की परवाह न करना और पुल से नीचे उतर कर किसी की जिंदगी बचाना दुनिया का सबसे बड़ा कार्य होता है. ऐसा ही बीते देर रात जमशेदपुर के मानगो पुल पर जिता जागता सबूत देखने को मिला. जी हां, यहां पर दो पुलिस जवानों ने एक जिंदगी बचा ली. फिर तो आम जनता ने पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाना शुरु कर दिया और जमशेदपुर पुलिस को धन्यवाद दिया. इन दोनों जवानों ने जमशेदपुर पुलिस की आन बान और शान को बढ़ा दिया है. हर चौक-चौराहों पर इन्हीं दोनों जवान और जमशेदपुर पुलिस चर्चा का विषय बना हुआ है. इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीम ने जो संयम, तत्परता और साहस दिखाया, वह काबिले तारीफ था. जैसे ही युवक को सुरक्षित निकाला गया, मानगो पूल पर खड़ी भीड़ का उत्साह देखते ही बनता था. लोगों ने जोर-जोर से झारखंड पुलिस जिंदाबाद, जमशेदपुर पुलिस जिंदाबाद और मानगो पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए.
क्या है मामला
मानगो पूल पर रात के करीब 11 बजे एक लड़के ने आत्महत्या का प्रयास करते हुए स्वर्णरखा नदी पर बने मानगो ब्रिज से छलांग लगा दी. किस्मत से वह नदी के बीचोंबीच एक पाइप में फंस गया. पूल के नीचे बाढ़ के पानी का तेज प्रवाह था, जो किसी भी क्षण उसे बहा ले जाने को तैयार था. चारों ओर खड़ी भीड़ बेबस होकर यह दृश्य देख रही थी. स्थिति को गंभीर होते देख तुरंत पुलिस को सूचित किया गया. मानगो थाना प्रभारी निरंजन कुमार मौके पर पहुंच कर मामले को जाना और बचाओ कार्य में लग गए. उन्होंने तुरंत ही क्रेन बुलाने का निर्णय लिया, लेकिन क्रेन आने में वक्त लग रहा था और पाइप में फंसा व्यक्ती घबरा रहा था और बाहर आने की कोशिश कर रहा थे, जिससे उसके नीचे गिरने का खतरा अचानक बढ़ गया. तभी थाना के टाइगर मोबाइल के साहसी पुलिसकर्मी वीरेंद्र कुमार और वसीम खान ने स्थिति की नाजुकता को भांपते हुए तत्काल एक कठिन और जोखिम भरा निर्णय लिया. उन्होंने बिना अपनी जान की परवाह किए, गमछे और रस्सी का सहारा लेकर ब्रिज के नीचे उतरने का साहसिक कदम उठाया. जबकि नीचे बाढ़ का तेज बहाव था और युवक ही नहीं बल्कि उसे बचाने के प्रयास में पुलिस जवान की भी निचे गिरने की संभावना बढ़ गई थी लेकिन फिर भी इन जवानों ने बहादुरी दिखाते हुए उसे सुरक्षित बाहर निकालने का सफल प्रयास किया है.
बता दें कि इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीम ने जो संयम, तत्परता और साहस दिखाया, वह काबिले तारीफ था. जैसे ही युवक को सुरक्षित निकाला गया, मानगो पूल पर खड़ी भीड़ का उत्साह देखते ही बनता था. लोगों ने जोर-जोर से “झारखंड पुलिस जिंदाबाद”, “जमशेदपुर पुलिस जिंदाबाद” और “मानगो पुलिस जिंदाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए. बता दें कि यह घटना साबित करती है कि हमारे पुलिस बल में ऐसे कर्मठ और समर्पित अधिकारी हैं जो हर परिस्थिति में जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं. इस रेस्क्यू ऑपरेशन ने पुलिस और जनता के बीच विश्वास को और मजबूत किया है. यह साहसिक कदम पुलिसकर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा और मानवीय संवेदनाओं का अद्भुत उदाहरण है. जमशेदपुर की जनता को एक खूबी रही है, यहां की जनता गलत कामों के लिए अगर आलोचना करती है तो अच्छे और जनसमर्पित कार्यों के लिए बड़े पैमाने में प्रोत्साहन भी करती है. कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों का साहसः जान की बाज़ी लगाकर युवक की बचाई जान, लोगों ने लगाए पुलिस जिंदाबाद के नारे