रांची: जेएलकेएम (झारखंड लोक समिति) के सुप्रिमो जयराम महतो ने आज विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जेएसएससी सीजीएल आंदोलन को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला. पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या बीजेपी के इशारे पर छात्र आंदोलन हो रहा है, तो महतो ने कहा कि “आजकल किसी भी आंदोलन का ठिकरा विपक्ष पर फोड़ दिया जाता है.” उन्होंने सरकार से अपील की कि वह खुद छात्रों से संवाद करें और उनके मुद्दों का समाधान करें.
लाठीचार्ज पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए महतो ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया जा रहा है. कई छात्र और हमारे पार्टी के प्रत्याशी भी घायल हुए हैं. मुझे उनसे मिलने का अवसर नहीं मिला, लेकिन सदन खत्म होने के बाद मैं उनसे मिलूंगा.” महतो ने यह भी कहा कि अगर उन्हें समय मिला तो वह इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे. जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री से बात करने के बावजूद लाठीचार्ज हुआ, तो महतो ने कहा, “यह स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को अब खुद इस पर ध्यान देना चाहिए और छात्रों से बातचीत करनी चाहिए.” उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों के आंदोलन को जेएलकेएम का समर्थन है.
युवाओं के भविष्य पर सवाल उठाने पर महतो ने कहा, “युवाओं का भाग्य तब बदलेगा जब सरकार उनके बारे में सोचने लगेगी. यह वही सरकार है जो रातों-रात टेंडर, खनन आवंटन और भूमि विस्तार पर सोचती है. जब तक यह सरकार युवाओं के बारे में नहीं सोचेगी, तब तक उनका भविष्य नहीं सुधरेगा.” इसके अलावा, जब पत्रकारों ने पूछा कि कहा जा रहा है कि सीटों को बेचा गया है और अधिकांश बाहरी लोग हैं, तो महतो ने कहा, “यह संभव हो सकता है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. जब चंपाई सोरेन मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने परीक्षा पोस्टपोन की थी और एसआईटी का गठन भी किया था.”