Khunti : झारखंड की खूंटी पुलिस ने एक बार फिर से PLFI को तगड़ा झटका दिया है। पुलिस ने संगठन के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। दोनों को कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल से दबोचा गया है। गिरफ्तार उग्रवादियों के नाम विकास गोप और निमेश गोप बताये गये। इनके पास से पुलिस ने एक देशी रायफल, 11 जिन्दा गोलियां सहित कई सामान जब्त की है। पुलिस के शिकंजे में आये दोनों उग्रवादी कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे गांव के रहने वाले हैं। इस बात का खुलासा आज तोरपा के SDPO ख्रिस्टोफर केरकेट्टा ने किया।
SDPO ख्रिस्टोफर केरकेट्टा ने मीडिया को बताया कि खूंटी पुलिस कप्तान अमन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि PLFI के कुछ उग्रवादी रोन्हे जंगल में मीटिंग करने वाले हैं। किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग करेंगे। मिली इंफॉर्मेशन पर SDPO ख्रिस्टोफर केरकेट्टा की देखरेख में टीम गठित की गयी। गठित टीम ने बताये गये लोकेशन पर रेड मारी और दो उग्रवादियों को धर दबोचा। पुलिस ने इन दोनों के पास से एक देशी रायफल, आठ एमएम की दो जिंदा गोलियां, 7.65 एमएम की नौ जिंदा गोलियां, दो मोबाइल फोन और PLFI का पर्चा बरामद किया है।
धराये उग्रवादी विकास गोप और निमेश गोप ने पुलिस के सामने कई राज उगले हैं। खूंटी में हुयी फायरिंग की घटना के सम्बंध में कई अहम जानकारी पुलिस को दी है। दोनों ने राज खोला कि होटवार जेल में बंद शिवकुमार साहु ऊर्फ चरकू के इशारे पर खूंटी और रांची में एक्टिव PLFI के उग्रवादियों ने वारदात को अंजाम दिया था। यह फायरिंग इलाके में दहशत फैलाने के मकसद से की गयी थी। फिलहाल कांड को अंजाम देने वाले सभी उग्रवादी फरार हैं। गिरफ्तार विकास गोप के खिलाफ पूर्व से कर्रा थाना में आर्म्स एक्ट एवं 17 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज है। दोनों मामले में वह जेल जा चुका है। फिलहाल वह जमानत पर छूटा था।
SDPO ख्रिस्टोफर केरकेट्टा की देखरेख में इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, कर्रा थानेदार मनीष कुमार, रनिया थानेदार विकास कुमार जायसवाल, जरियागढ़ थानेदार राजू कुमार, सब इंस्पेक्टर दीपक कांत कुमार, अनीस बारला और तालकेश्वर यादव की टीम ने यह उम्दा कामयाबी हासिल की है।
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