बोकारो: झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पहली पुण्यतिथि पर झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, सांसद महुआ माजी, मंत्री बसंत सोरेन, जगरनाथ महतो की पत्नी एवं झारखंड की मंत्री बेबी देवी, टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो, बोकारो विधायक बीरांची नारायण और जेएमएम के हजारों कार्यकर्ताओं ने अलार्म गांव के समाधि स्थल पर पहुंचकर उन्हें पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी.
बोकारो जिला के डुमरी विधानसभा से झामुमो के कद्दावर नेता और डुमरी हेमंत कैबिनेट में मंत्री रहे स्वर्गीय टाइगर जगरनाथ महतो के पैतृक गांव येलागो में उनके पुण्यतिथि पर झामुमो के हजारों कार्यकर्ता समाधि स्थल पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन व कल्पना सोरेन भारतीय जनता पार्टी पर जमकर बरसे. झारखंड के मुख्यमंत्री ने राज्य की दुर्गति का सारा ठिकरा भाजपा पर फोड़ा. उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार हो या बीजेपी की राज्य सरकार सिर्फ जुमलेबाजी कर जनता को धोखा देने का काम करते हैं. झारखंड में भी भारतीय जनता पार्टी की पूर्व में सरकार थी जो झारखंड का विकास को रोक कर रखी थी. उन्हें बस यहां की खनिज संपदा से प्यार है. झारखंड की जनता से प्यार नहीं है.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के भाई और झारखंड के मंत्री बसंत सोरेन ने भी भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि एनडीए गठबंधन की सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने का वक्त आ गया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में आप उनको जवाब दीजिए तभी टाइगर जगरनाथ महतो की सच्ची श्रद्धांजलि होगी. इस दौरान मुख्यमंत्री से लेकर कल्पना सोरेन ने भी 1932 के मुद्दे को जनता के बीच में उठाया. उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार हो या चंपई सोरेन की सरकार, 1932 के मुद्दे पर अडिग है. जब तक झारखंड में 1932 स्थानीय नीति ,नियोजन नीति लागू नहीं होगा, वे इस मुद्दे को जनता के बीच में उठाते रहेंगे.
वहीं मंत्री बसंत सोरेन से जब यह पूछा गया कि निशिकांत दुबे हमलावार हैं और उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में राज्य की मुख्यमंत्री कल्पना सोरेन होगी और बसंत सोरेन अलग हो जाएंगे. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बसंत सोरेन ने स्पष्ट कहा है इस विषय पर हम अभी कुछ नहीं कहेंगे. यह उनकी राय है. इसपर कुछ भी कहना अभी जरूरी नहीं है. झारखंड में एक ही परिवार है जो सबके निशाने पर रहता है.