लंदन: ब्रिटेन में कोरोना वायर के डेल्टा वेरिएंट की वजह से महामारी की तीसरी लहर आई है. हालांकि, 19 जुलाई से लॉकडाउन पाबंदियां हटाए जाने का ऐलान किया गया है. इसके बाद मास्क लगाना ‘व्यक्तिगत इच्छा’ पर निर्भर करेगा. आवासीय मंत्री रॉबर्ड जेनरिक ने रविवार को यह जानकारी दी.
ब्रिटेन की मीडिया में रविवार को आईं खबरों के बीच मंत्री की यह टिप्पणी आई है. खबरों में संकेत दिया गया था कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले सप्ताह मास्क लगाने की अनिवार्यता खत्म करने और अन्य कदमों की घोषणा करने वाले हैं.
जेनरिक ने बीबीसी से कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हमारे पास टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता के चलते पाबंदियां हटाने और सामान्य स्थिति में लौटने की गुंजाइश है. अब हमें एक अलग दौर की ओर बढ़ना होगा. हमें वायरस के साथ रहना, सावधानी बरतना और जिम्मेदारी के साथ रहना सीखना होगा.
ब्रिटेन में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 24,885 नए मामले सामने आए और 18 रोगियों की मौत हुई. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में 3 करोड़ 30 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है और 85 प्रतिशत से अधिक व्यस्क पहली खुराक ले चुके हैं.
ब्रिटेन में अब तक के आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण की दर भले ही तेज हो लेकिन अस्पताल में भर्ती होने और मरने वालों की संख्या बहुत कम है. ऐसे में संभव है कि वैक्सीनेशन की वजह से कोरोना के घातक डेल्टा वेरिएंट का भी खतरनाक असर ब्रिटेन में नहीं दिखा रहा है. ब्रिटिश स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि वैक्सीन निश्चित रूप से अपना काम कर रही है.