रामगढ़: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार के मार्गदर्शन में व्यवहार न्यायालय रामगढ़ के प्रांगण में पौधारोपण किया गया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश लॉलर्क दुबे सहित अन्य सभी न्यायिक पदाधिकारियों ने पौधारोपण किया. संबोधित करते हुए आलोक कुमार दुबे ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण करना हम सभी लोगों का दायित्व है. पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए हम सभी को अधिक से अधिक संख्या में पेड़ पौधों को लगाना चाहिए. साथ ही वनों की अनावश्यक कटाई नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि औद्योगिकरण के इस दौर में मनुष्यों ने पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर पर्यावरण को गंभीर क्षति पहुंचाई है. इसके परिणाम स्वरूप ग्लोबल वार्मिंग का खतरा पूरी पृथ्वी पर मंडरा रहा है. लगातार धरती के तापमान में वृद्धि हो रही है. जिसका उदाहरण इस वर्ष तापमान में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखा गया इससे सभी प्राणियों के साथ-साथ मानव जीवन के ऊपर भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है.
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सजग होकर कार्य करने की आवश्यकता है. यदि हम लोग आज भी सचेत नहीं हुए तो इसके काफी गंभीर परिणाम हमारी आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा. प्रदूषण से हमारी धरती आहत हो रही है. इस वजह से हम सभी के समक्ष भी जीवन संकट का खतरा उत्पन्न हो चुका है. अधिक से अधिक छायादार एवं फलदार पेड़ लगाकर तथा उनका संरक्षण कर पृथ्वी के तापमान को संतुलित किया जा सकता है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार रामगढ़ के सचिव अनिल कुमार ने कहा कि यह पृथ्वी हमें प्रकृति का दिया अनुपम उपहार है. इसको अनंत काल तक संरक्षित करके रखना हम सभी लोगों का परम कर्तव्य है. उन्होंने डालसा रामगढ़ के सभी पारा लीगल वॉलिंटियर्स को निर्देश दिया कि सभी अपने-अपने क्षेत्रों में पेड़-पौधों को लगाकर इस महोत्सव को मनाएं. आम लोगों को भी पौधों को लगाने एवं उसे सुरक्षित करने हेतु प्रेरित करे.