रांची: कोविड-19 के संभावित खतरे को देखते हुए राजधानी रांची के थानों में आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है. इस आइसोलेशन वार्ड में वैसे अपराधियों को रखा जाएगा जो तुरंत गिरफ्तार करके लाए जाते हैं. जेल जाने से पहले सभी तरह के आरोपितों को अब आइसोलेशन वार्ड में ही रखा जाएगा.
राजधानी रांची में कोविड संक्रमण बेहद तेज गति से फैल रहा है. हर दिन राजधानी में 400 से 500 की संख्या में संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में रांची पुलिस को फ्रंट पर रहकर काम करना पड़ रहा है. कानून व्यवस्था संभालने से लेकर कोविड-19 के गाइडलाइंस का पालन करवाने के लिए भी लगातार पुलिस को जूझना पड़ रहा है. ऐसे में पुलिस कर्मियों के बीच संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है. इसे देखते हुए अब रांची के थानों में आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है.
इस आइसोलेशन वार्ड में पकड़े गए आरोपितों को रखा जाएगा. अगर कोई अपराधी पकड़ा जाता है तो जब तक उसका कोविड टेस्ट ना करवा लिया जाए तब तक वह कड़ी सुरक्षा के बीच आइसोलेशन वार्ड में ही रहेगा. जब उसकी कोविड रिपोर्ट सामान्य आएगी, तभी उसे जेल भेजा जाएगा. रांची के सभी थानों में यह व्यवस्था मंगलवार से शुरू कर दी गई है.
झारखंड पुलिस पर कोविड संक्रमण कहर बनकर टूट रहा है. केवल तीन दिनों के भीतर राजधानी रांची में ही 50 से अधिक पुलिस वाले संक्रमित पाए गए हैं. ऐसे में पुलिस वालों को संक्रमण से बचाने के लिए थानों में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है.
वहीं, दूसरी तरफ पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए थाना भवन में हर किसी का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है. अब थाना कैंपस के भीतर सामाजिक दूरी का पालन करवाने में पुलिस कर्मियों को लगाया गया है, जो आम लोगों की फरियाद सुन रहे हैं.
पुलिस कर्मियों को सतर्क रहने की दी गई है हिदायत
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि राजधानी रांची में कार्यरत सभी पुलिसकर्मियों को कोविड-19 नियमों का पालन करने को कहा गया है. उन्हें हिदायत दी गई है कि वे मास्क पहनकर काम करें. थाना स्तर पर आइसोलेशन वार्ड खोले जा रहे हैं जिनमें पकड़े गए आरोपीतों को रखा जाएगा.