हजारीबाग: झारखंड में किसी भी विभाग में बहाली पर विवाद न हो, ऐसा कम ही संभव है. अब हजारीबाग होमगार्ड बहाली में अनियमितता के आरोप लग रहे हैं. इसकी शिकायतों को लेकर रोजाना अभ्यर्थी हजारीबाग जिला उपायुक्त के दफ्तर पहुंच रहे हैं. उनका कहना है पैसे लेकर शारीरिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मेधा सूची में जगह दी गई है. इसको लेकर सोशल मीडिया पर हजारीबाग उपायुक्त ने होमगार्ड बहाली पर पोस्ट लिखी है. उन्होंने अभ्यर्थियों से आपत्ति दर्ज कराने और सूची में सुधार कराने का आश्वासन दिया है.

जिला समादेष्टा कार्यालय की रक्षा वाहिनी हजारीबाग की ओर से होमगार्ड बहाली के लिए विज्ञापन निकाला गया था. विज्ञापन संख्या 1/19 के तहत हजारीबाग जिले में गृह रक्षक के नामांकन शारीरिक एवं लिखित जांच परीक्षा के बाद अब परीक्षाफल घोषित किया जा रहा है. लेकिन परीक्षाफल पर अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए हैं. नौकरी के लिए भटक रहे अभ्यर्थियों ने परीक्षाफल तैयार करने और होमगार्ड बहाली में अनियमितता के आरोप लगाए हैं.

हर जगह गड़बड़ी

कई अभ्यर्थियों का कहना है कि कट ऑफ मार्क से कम अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को नियुक्त किया जा रहा है. जबकि जिनके पास अर्हता है, उनकी अनदेखी की जा रही है. कई अभ्यर्थियों का कहना है कि विज्ञापन में जिन मापदंडों की बात कही गई थी, उसी की अनदेखी की जा रही है. इस कारण अब हर प्रखंड से परीक्षार्थी अपनी शिकायत लेकर उपायुक्त कार्यालय पहुंच रहे हैं. कई अभ्यर्थियों का कहना है कि चुरचू, बड़कागांव, मांडू, सदर प्रखंड सभी जगह गड़बड़ी की गई है.

‘जो शारीरिक परीक्षा नहीं पास कर पाए उनका मेधा सूची में नाम’

अभ्यर्थियों का कहना है कि कुछ ऐसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जा रही है, जो शारीरिक परीक्षा में भी पास नहीं हुए थे और मेरिट लिस्ट में उनका रोल नंबर दिखा रहा है. उनका आरोप है कि पैसा लेकर नियुक्ति की जा रही है. अभ्यर्थी जिला प्रशासन से फिर से होमगार्ड बहाली की मेधा सूची निर्गत करने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे आंदोलन करेंगे.

डीसी ने अभ्यर्थियों से मांगी आपत्ति

इस पूरे मामले को लेकर हजारीबाग उपायुक्त ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी है. जिसमें उन्होंने कहा है कि हजारीबाग जिला अंतर्गत गृह रक्षा वाहिनी से संबंधित एवं नामांकन प्रक्रिया के क्रम में प्रकाशित मेधा सूची पर कुछ अभ्यर्थियों ने आपत्ति दर्ज कराई है. प्रथम दृष्टया सूची में विसंगति प्रतीत होती है, जिन छात्रों को आपत्ति है वह निर्धारित तिथि के पूर्व आपत्ति दर्ज करा सकते हैं. निर्धारित तिथि के पूर्व दर्ज की गई आपत्तियों का निराकरण मेधा सूची के अंतिम प्रकाशन के पूर्व सुनिश्चित किया जाएगा.

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