मुंबई: गुजरात टाइटंस ने कोलकाता को आठ रन से हरा दिया है. आखिरी ओवर में जीत के लिए कोलकाता को 18 रन की जरूरत थी. आंद्रे रसेल स्ट्राइक पर थे और उनके लिए यह बहुत मुश्किल काम नहीं था. उन्होंने पहली गेंद पर छक्का भी लगाया, लेकिन दूसरी गेंद पर आउट हो गए और इसी के साथ कोलकाता की हार तय हो गई. बाकी चार गेंदों में उमेश और साउदी मिलकर तीन रन बना पाए और कोलकाता की टीम यह मैच आठ रन से हार गई.
बता दें कि लक्ष्य का पीछा करते हुए केकेआर ने निराशाजनक आगाज किया. सैम बिलिंग्स 4 गेंदों में 4 रन ही बना सके. उन्हें तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पहले ओवर में अपना शिकार बनाया. बिलिंग्स ने दूसरी गेंद पर चौका जड़ने के बाद चौथी गेंद पर पुल करने की कोशिश की, जो बल्ले के ऊपरी हिस्से पर लगकर खड़ी हो गई. ऐसे में विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने एक आसान सा कैच लपक लिया. वहीं, गुजरात को दूसरी सफलता भी शमी ने दिलाई. उन्होंने तीसरे ओवर की दूसरी गेंद पर ओपनर सुनील नरेन को आउट किया. नरेन का बल्ला नहीं चला और वह 5 गेंदों में 5 रन ही बना पाए. उनका विकेट 10 के कुल स्कोर पर गिरा.
कोलकाता को तीसरा झटका नितीश राणा के तौर पर लगा. नरेन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे राणा सस्ते में विकेट गंवा बैठे. उन्होंने 7 गेंदों में 2 रन बनाए. वह चौथे ओवर की दूसरी गेंद पर फर्ग्यूसन का शिकार बने. गेंद पिच पर पड़ने बाद अंदर की ओर आई बल्ले को चूमकर विकेट के पीछे साहा के दस्तानों में समा गई. फर्ग्यूसन ने आउट की अपील की पर मैदान अंपायर ने इनकार किया. ऐसे में जीटी ने रिव्यू लिया और अल्ट्रा एज में दिखा कि गेंद, बल्ले को छूकर विकेटकीपर के पास गई है.
केकेआर का चौथा विकेट कप्तान श्रेयस अय्यर के तौर पर गिरा है. मुश्किल हालत में श्रेयस भी टीम के लिए कुछ खास नहीं कर पाए और 12 रन जोड़कर विकेट खो दिया. उन्होंने 15 गेंदें का सामने करने के बाद एक चौका और एक छक्का ठोका. उन्हें यश दयाल ने सातवें ओवर की पहली गेंद प पवेलियन की राह दिखाई. रिंकू को यश दयाल ने 13वें ओवर की पहली गेंद पर अपने जाल में फंसाया. वह उठाकर शॉट खेलने की फिराक में थे, लेकिन गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर साहा के दस्तानों में समा गई. रिंकू ने पांचवें विकेट के लिए वेंकटेश अय्यर के साथ संग 45 रन की पार्टनरशिप की.
राशिद खान ने गुजरात को छठी सफलता वेंकटेशन अय्यर के तौर पर दिलाई. ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर वेंकटेश एक बार फिर रंग में नजर नहीं आए. उन्होंने 17 गेंदों में 2 चौकों के जरिए 17 रन बनाए. वेंकटेश 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर स्लॉग स्वीप करने के चक्कर में डीप मिडविकेट पर अभिनव मनोहर को कैच दे दिया. मनोहर ने बाउंड्री से कुछ इंच की दूरी पर बेहद बेहतरीन कैच लपका.