पटना : 11 अक्टूबर की रात दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन से कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के रघुनाथपुर स्टेशन में बेपटरी होने के मामले की पहली जांच रिपोर्ट सामने आ गई है. इसमें हादसों की वजह बताई गई है. जांच रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि ट्रेन के पटरी से उतरने का संभावित कारण पटरी में खराबी थी. बता दें कि ट्रेन हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 80 लोग जख्मी हुए थे. जिनका इलाज पटना एम्स समेत अन्य अस्पतालों में कराया जा रहा है. कुछ को अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है.

क्या है रिपोर्ट में

छह रेलवे अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा लगता है कि यह दुर्घटना पटरी में खराबी के कारण हुई यात्री डिब्बों की स्थिति का उल्लेख करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी 22 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गये थे. इनमें से दो पूरी तरह पलट गये और दो अन्य भी क्षतिग्रस्त हो गये. अब जब ट्रेन हादसे की वजह सामने आई है तो संभव है दोषी के ऊपर कार्रवाई भी होगी.

क्या कहते हैं लोको पायलट

हादसे में लोको पायलट (चालक) विपिन कुमार सिन्हा आंशिक रूप से घायल हो गये और उनके सहायक को गंभीर चोटें आई, लोको पायलट सिन्हा ने कहा है कि ट्रेन 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रघुनाथपुर स्टेशन से गुजरी, लेकिन स्टेशन को पार करने के तुरंत बाद उसे पीछे से एक गंभीर झटका लगा. प्रारंभिक रिपोर्ट में लोको पायलट के हवाले से कहा गया है कि अत्यधिक कंपन और गंभीर झटके के परिणामस्वरूप, ब्रेक पाइप का दबाव अचानक कम हो गया. और ट्रेन रात 9:52 बजे पटरी से उतर गयी. उनके बयान के मुताबिक रात 8:27 बजे दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन से जब ट्रेन की कमान संभाली, तो उस समय सब कुछ ठीक था. ट्रेन रात 9:29 बजे बक्सर पहुंची तो सहायक लोको पायलट ने दोबारा इंजन की जांच की और सब कुछ ठीक पाया.

Share.
Exit mobile version