ग्वालियर : BSNL का कर्मचारी बनकर देशभर में ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के दो सदस्य पुलिस के हाथ लगे हैं। यह झारखंड के दुमका शहर का गिरोह फोन करके सिम बंद करने की धमकी देता। उसी सिम को वापस एक्टिवेट करने के नाम पर OTP (वन टाइम पासवर्ड) पूछकर खाते से रुपए चोरी कर लेते थे। ऐसी ही ठगी जब ग्वालियर के शख्स से हुई, तो क्राइम ब्रांच ने उन दो ठगों को ढूंढ निकाला। पूछताछ हुई तो मालूम चला कि अब तक देश के कई शहरों में यह लोगों के खातों से रकम चोरी कर चुके है।

इन ठगों से 4 चेकबुक, 4 बैंक पासबुक, 5 ATM कार्ड, 3 सिम, 2 मोबाइल व 10 हजार रुपए नकद जब्त किए गए। दोनों ठगों को 8 फरवरी तक की रिमांड पर लिया गया है। ग्वालियर के एक हाईप्रोफाइल शख्स के साथ ठगी हुई थी। तब वह एसएसपी अमित सांघी के पास मदद की गुहार लगाने पहुंचे। उसने बताया कि उनके पास BSNL का कर्मचारी बनकर कॉल आया था। कॉलर ने कहा कि आपकी सिम आज बंद हो जाएगी। सिम एक्टिववेट करने के लिए उन्होंने एटीएम कार्ड नंबर व ओटीपी ली।

इसके बाद खाते से 74,991 रुपए निकाल लिए। मामला सामने आने पर क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज किया। इसके बाद तकनीकी जानकारी जुटाई। पता चला कि ठगों की गैंग झारखंड में है। इस पर टीम को झारखंड भेजा। टीम द्वारा झारखंड से सरगना आशीष और उसके साथी विनोद के दबोच लिया। पूछताछ करने पर बताया कि वह BSNL कंपनी व बैंक का कर्मचारी बनकर देशभर में लोगों को कॉल करके ऑनलाइन ठगी का कार्य करते है। पकड़े न जाएं, इसलिए ठगी के बाद सिम व मोबाइल को नष्ट कर देते थे।

क्राइम ब्रांच की साइबर क्राइम टीम द्वारा बदमाशों के बैंक खातों की जांच की जा रही है, जिससे पता लग सके कि बदमाशों द्वारा अभी तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा चुका है। साथ ही उनके मोबाइल भी निगरानी में ले लिए हैं। इससे भी सबूत जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। एएसपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडौतिया ने बताया कि झारखंड से दो ठगों को पकड़ा है। इन्होंने देश भर में कई लोगों को ठगा है। फिलहाल चार दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इनके मोबाइल भी खंगाले जा रहे हैं।

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