नई दिल्ली : हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को हिंसा और बवाल के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। नूंह सहित कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। हरियाणा से सटे राजस्थान के भरतपुर में भी इंटरनेट सेवा बंद है। हिंसा की आग दिल्ली से सटे गुरुग्राम तक पहुंच गई है। जगह-जगह पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। जिले में 2 दिनों के लिए कर्फ्यू लगाया गया है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि पुलिस ने नूंह के एक शिव मंदिर से लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला है।

राज्यसभा में उठा नूंह हिंसा का मुद्दा

अब राज्यसभा में भी नूंह हिंसा का मुद्दा उठ गया है। आप सांसद सुशील गुप्ता और संजीव अरोड़ा ने राज्यसभा अध्यक्ष को नोटिस दिया है। दोनों सांसदों ने नूंह हिंसा को लेकर नोटिस दिया है। राज्यसभा में इस घटना पर चर्चा करना चाहते हैं।

उपद्रवियों ने सैंकड़ों वाहनों को फूंका, करोड़ों रुपए का नुकसान

इस हिंसा में करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। जिसका अभी आकलन कर पाना मुश्किल हो रहा है। उपद्रवियों ने सैंकड़ों वाहनों को फूंक दिया है। हालात अभी नियंत्रण में नहीं है। हालात पर काबू करने के लिए इलाके में पैरामिल्ट्री की कंपनियों की तैनाती की गई है। गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और पलवल जिलों के स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर में 1 अगस्त की छुट्टी करने का आदेश जारी किया गया है।

कुल पांच लोगों की मौत

वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि फिलहाल नूंह समेत सभी जगह स्थिति सामान्य है। कुल पांच लोगों की मौत की अभी तक सूचना आ रही है। जिसमें दो पुलिसकर्मी और तीन आम नागरिक शामिल है। नूंह में जो कुछ भी हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा की जनता से हाथ जोड़कर प्रार्थना की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि ऐसे नाजुक समय में हम शांति और आपसी भाईचारा कायम रखें। अमन विरोधी ताकतों और हिंसा की सियासत को हम सभी को मिल जुलकर हराना है।

कैसे हुई हिंसा

पुलिस के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद की ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा’ को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवकों के एक समूह ने रोक लिया और पथराव करने लगे। जिसके बाद जुलूस में शामिल कारों को आग लगा दी गई। पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया। जुलूस में शामिल लोगों ने पलटवार करते हुए यात्रा को रोकने वाले युवकों पर पथराव कर दिया। इस यात्रा को बीजेपी की जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ ने ही झरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। जूलूस के साथ पुलिस की एक टुकड़ी भी तैनात थी।

झड़प की वजह ये आ रही है सामने

मीडिया रिपोर्टस की माने तो बजरंग दल के एक कार्यकर्ता के द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया था जो झड़प की वजह बना। राजस्थान में दो मुस्लिम युवकों की हत्या में वांछित गोरक्षक मोनू मानेसर को जुलूस में शामिल होना था। लेकिन विश्व हिंदू परिषद के सलाह के बाद मोनू मानेसर ने जूलूस में भाग नहीं लिया। क्योकि इससे तनाव और बढ़ सकता था। मोनू मानेसर ट्विटर पर नूंह आने की चुनौती देने की धमकियां भी दी गई थी।

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