पिठोरियाः रांची जिला के रातू, कांके, बुढ़मू सहित अन्य प्रखंडों में 15-20 दिनों से सागवान के पेड़ों पर अत्यधिक कीटों के प्रकोप से पत्तियां पीली होकर गिर जा रही हैं. इस संबंध में कीट विज्ञानी डॉ सीमा केशरी का कहना है कि इस कीट का नाम स्केलेटनाइजर-हापालिया मेकेरेलिस है, जिसका दूसरा नाम यूटेक्टोना मेकेरेलिस है.
पत्तियों के हरे भाग को खाकर पत्तियों को जाली के रूप में छोड़ देते हैं
रातू में कुछ पेड़ों के निरीक्षण करने के बाद उन्होंने बताया कि ये कीट, पत्तियों के हरे भाग को खाकर पत्तियों को जाली के रूप में छोड़ देते हैं. जालीदार पत्तियां कमजोर होकर तुरंत ही भूरे रंग की हो जाती है और गिर जाती है. रांची जिला में पहली बार इन कीटों का इतना ज्यादा प्रकोप देखने को मिल रहा है. नीम की खली के घोल का छिड़काव या पेस्टीसाइड का छिड़काव करने से इन कीटों से सागवान के पेड़ों की रक्षा हो सकती है.