जमशेदपुर: एक 8 साल की मासूम जमशेदपुर में आम बेच रही थी और उसका एक आम दस हजार रुपये में बिका. मामला बीते रविवार का है, जब झारखंड में लॉकडाउन था और कोई दुकान खोलने की अनुमति नहीं थी. ऐसे में किननं स्टेडियम के पास तुलसी नाम की एक मासूम आम बेच रही थी. पढ़ाई करने के लिए मोबाइल खरीदना हे जिससे पढ़ सकें.
उसने बताया कि कोरोना के चलते स्कूल भी छूट गया. सोशल मीडिया पर ये खबर वायरल हो गई. जिसके बाद वैल्युएबल एडुटेंमेंट कंपनी के वाइस चेयरमैन नरेंद्र हेते तुलसी की मदद को आगे आए. कंपनी के डायरेक्टर और उनके बेटे अमेया हेटे ने तुलसी की मदद की.
खरीदे दर्जन आम
अमेया हेटे ने तुलसी से 12 आम खरीदे और एक आम की कीमत दस हजार रुपये लगाई. इसके हिसाब से उन्होंने तुलसी को 1.20 लाख रुपये का भुगतान किया. तुलसी को एक मोबाइल फोन और दो साल का इंटरनेट भी मुहैया करवाया गया जिससे वह ऑनलाइन पढ़ाई कर सके और उसे कोई परेशानी न आए. इस दौरान नरेंद्र हेटे और उनके पुत्र ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब तुलसी अपनी पढ़ाई फिर शुरू कर सकेंगे ।
पिता ने भी जताया आभार
इस मदद के बाद तुलसी के पिता श्रीमाल कुमार ने कहा कि नरेंद्र इस खराब समय में उनके लिए भगवान का रूप बन कर सामने आए हैं और अब उनकी बेटी आगे पढ़ सकेगी. तुलसी की मां पद्मनी देवी ने इस मौके पर नरेंद्र हेटेक का शुक्रिया किया. वहीं तुलसी अब इससे बहुत खुश है और वह अपनी आगे की पढ़ाई कर सकेगी. उसने का कि अब उसे आम नहीं बेचने होंगे. साथ ही उसने कहा कि उसके आम इतने मीठे होंगे कि उसकी जिंदगी बदल जाएगी पता नहीं था.