रांची : जिंदगी और मौत से लड़ रहे जयंता नाथ को आखिरकार ग्रीन कॉरिडोर बनाकर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचाया. इस दौरान रांची पुलिस ने ऑर्किड से लेकर एयरपोर्ट तक के रास्ते को ट्रैफिक मुक्त रखा था. एयरपोर्ट पहुंचने पर एयर एम्बुलेंस की टीम ने जयंता नाथ को तत्काल इलाज शुरू करते हुए दिल्ली के लिए रवाना हुए. जयंता नाथ सीआरपीएफ 60 बटालियन में कार्यरत है और बीते दिन नक्सलियों द्वारा बिछाए गए आईईडी ब्लास्ट का शिकार हो गए. रांची में प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली भेजा गया है.

क्या है मामला

चाईबासा में गोइलकेरा थाना क्षेत्र स्थित हाथीबुरु के जंगल में सीआरपीएफ की टीम नक्सल अभियान पर निकली थी. सुरक्षाबलों का टुकड़ा अलग-अलग हिस्से में आगे बढ़ रहा था. इसी बीच नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया. इस घटना में सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हुए थे. हालांकि, एक जवान संतोष उरांव शहीद हो गया. जबकि, जयंता नाथ और वेजेटो टिनाई गंभीर रूप से घायल थे. दोनों को बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित ऑर्किड अस्पताल में भर्ती कराया गया.

शहीद सीआरपीएफ जवान संतोष को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

नक्सलियों द्वारा आईईडी ब्लास्ट में शहीद सीआरपीएफ 94 बटालियन के जवान संतोष उरांव के पार्थिव शरीर को राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने डीजीपी अजय कुमार सिंह से पूरी घटना की जानकारी ली. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शहीद संतोष की पत्नी और परिजनों से मिले. उनके परिवार को हर तरह से सहयोग का भरोसा दिलाया है.

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