रांची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ अरुण उरांव ने प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आलमगीर आलम मामले में कांग्रेस को घेरा. कहा कि इंडी एलाइंस ने कोड वर्ड के माध्यम से झारखंड को बेच दिया. मंत्री के करीबी के यहां से 37 करोड रुपए बरामद किए गए. कांग्रेस और जेएमएम के लिए कोड वर्ड के माध्यम से भ्रष्टाचार करना नया नहीं है. भ्रष्टाचार के लिए वे हमेशा इसका उपयोग करते रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के घर से जो फाइल मिली थी, उसमें भी कोड वर्ड का जिक्र था. मंत्री के पीए ने भी मेंशन किया है कि किस काम के लिए किसे कितना कमीशन दिया गया और मंत्री को कितना कमीशन मिला है.
चंपई आलमगीर को कैबिनेट से बर्खास्त करें
उरांव ने कहा कि ईडी ने टेंडर में कमीशन लेने की विस्तृत जानकारी कोर्ट को दी है. चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने उनसे पूछताछ की. पूछताछ में वीरेंद्र राम ने मंत्री को 3 करोड़ रुपए कमीशन देने की बात स्वीकारी. इसके बाद ही ईडी ने कार्रवाई की. मंत्री के पीए के नौकर के घर से नोटों का पहाड़ बरामद किया गया. भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने और नोट बरामद होने के बाद भी आलमगीर आलम में शर्म और नैतिकता नहीं बची है. पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को संज्ञान लेकर उन्हें मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए.
विधानसभा चुनाव में भी जनता देगी जवाब
उन्होंने कहा कि जनता इन लोगों की कारीस्तानी देख रही है. आने वाले विधानसभा चुनाव में भी जनता उन्हें करारा जवाब देगी. भ्रष्ट नेता, मंत्री और सरकार को उखाड़ फेंकेगी. उन्होंने कहा कि इंडी एलाइंस की करगुजारियों को देखते हुए उन्हें नया नाम हिज मास्टर करप्ट एलाइंस देना उचित होगा. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का भी स्वागत किया. कहा कि कोर्ट से भी हेमंत सोरेन को बेल नहीं मिल रहा है. इससे स्पष्ट होता है कि उन पर भ्रष्टाचार के कितने गंभीर आरोप हैं. इससे अन्य लोगों को भी सबक लेना चाहिए. इंडी एलाइंस वालों को भाजपा पर आरोप लगाने से बाज आना चाहिए.