श्रीहरिकोटा : चंद्रमा की सतह पर अपनी छाप छोड़ने के लिए इसरो का मून मिशन चंद्रयान 3 अंतरिक्ष के लिए रवाना हो चुका है। यह करीब 50 दिन बाद चंद्रमा पर लैंड करेगा। लेकिन इसे चांद तक पहुंचने में महीनेभर से ज्यादा का समय लगेगा। 23 या 24 अगस्त को ये चांद की सतह पर लैंड कर सकता है। हालांकि, ये तारीख आगे-पीछे भी हो सकती है। चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को लॉन्च किया गया था, लेकिन 6-7 सितंबर को विक्रम लैंडर की क्रैश लैंडिंग हो गई थी।

2:35 बजे सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया चंद्रयान-3

इसे दोपहर 2:35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया। 615 करोड़ की लागत से तैयार हुआ ये मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। ‘चंद्रयान-3’ को भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया। इसे पहले GSLV MK-III के नाम से जाना जाता था। इसी रॉकेट से स्पेस एजेंसी इसरो ने चंद्रयान-2 को लॉन्च किया था।

देखने के लिए हजारों की संख्या में पहुंचे लोग

चंद्रयान की लॉन्चिंग देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। सभी इंजन में फ्यूल भरा जा चुका है। इसरो टीम प्रोग्राम्स और सॉफ्टवेयर की जांच कर रही है। अब से कुछ ही देर में चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग होगी।

सतीश धवन सेंटर पहुंचे जितेंद्र सिंह

विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के तौर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन सेंटर पहुंचे हैं। इसके अलावा पूर्व इसरो चीफ राधाकृष्णन, के सिवन और एएस किरण कुमार भी चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग पर मौजूद हैं।

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