रांचीः झारखंड के इतिहास में पहली बार विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अपना स्थान बनाने वाली चंचला कुमारी बुडापेस्ट हंगरी में आयोजित अंडर-17 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 40 किलोग्राम भार वर्ग में पराजित हो गई है. 15 साल की चंचला का पहले राउंड में तुर्की की पहलवान सी ओजर से मुकाबला था.
ट्रायल में जीत के बाद चयन
गौरतलब है रांची की रहने वाली चंचला दिल्ली में ट्रायल के दौरान देश के कई पहलवानों को पछाड़कर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में चयनित हुई थी. बुडापेस्ट हंगरी में आयोजित अंडर-17 प्रतियोगिता में विश्व के कई देश के पहलवान हिस्सा ले रहे हैं. रांची की चंचला कुमारी 40 किलोग्राम भार वर्ग में इस टूर्नामेंट की हिस्सा थी.
तुर्की की पहलवान से हुआ मुकाबला
15 साल की चंचला का पहला मुकाबला तुर्की की सी ओजर से हुआ. चंचला पहली बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही थी. चंचला और तुर्की के पहलवान ओजर का मैच चार-चार अंकों की बराबर पर टाई हो गया था. लेकिन कुश्ती की तकनीक के आधार पर ओजर को विजयी घोषित किया गया है. चंचला ने 1-1 और 2 अंक तीन बार लिए. जबकि ओजर ने दो और दो अंक लिए. ओजर के अंक चंचला के अंक से बड़े थे और कुश्ती के तकनीकी आधार पर बड़े अंक के पहलवानों को विजयी घोषित किया जाता है.
चंचला ने रचा इतिहास
बता दें कि चंचला कुमारी झारखंड की पहली अंतरराष्ट्रीय पहलवान है. आज तक के इतिहास में कोई भी कुश्ती पहलवान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखंड से नहीं खेला है. यह उपलब्धि रांची की रहने वाली चंचला कुमारी ने झारखंड को दिलवाई है. चंचला झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी की खिलाड़ी है. ओरमांझी की रहने वाली चंचला किसान परिवार से ताल्लुक रखती है.