माले: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के भारत विरोधी स्वर बदलने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. ताज़ा बयान में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि 10 मई के बाद एक भी भारतीय सेवा श्रम बल देश में मौजूद नहीं रहेगा. उन्हे सादे लिबास में भी रहने की इजाजत नहीं होगी. बता दें कि मालदीव की सरकार ने भारतीय सैन्य कर्मी के पहले समूह की वापसी के लिए 10 मार्च की समय सीमा तय की थी. राष्ट्रपति मुइज्जू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब करीब एक हफ्ते पहले भारत की टेक्नीकल टीम मालदीव पहुंची थी. यह टीम हेलीकॉप्टर का संचालन करने वाले सैन्यकर्मियों की जगह लेने पहुंची थी.
बता दें कि भारतीय सेवा श्रम बल के 88 अधिकारी मालदीव में हैं. यह टीम दो हेलिकॉप्टर और एक विमान संचालित करने के लिए मालदीव में पदस्थापित हैं. इनके माध्यम से, सैकड़ों चिकित्सा वितरण और परोपकारी सहायता कार्य पूरे किए गए हैं. हा ढालू द्वीप हनीमाधू और लामू द्वीप काहाधू में मौजूद सैन्य श्रम बल के भी 10 मई से पहले मालदीव छोड़ने की संभावना है.
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