टोक्यो: हॉकी में टीम इंडिया ने इतिहास रचा दिया है. उसने क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हरा दिया है. इस जीत के साथ टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच गई है. वह 4 दशक बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है.
बता दें, भारतीय हॉकी टीम ने इससे पहले 1980 ओलंपिक में सेमीफाइनल खेला था और इस साल भारत ने स्वर्ण पदक भी जीता है. साल 1980 के बाद 2021 में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची है और पदक से बस एक जीत दूर है. भारत ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर अंतिम-4 में अपना स्थान पक्का किया है.
भारत की इस जीत के हीरो रहे गोलकीपर पी श्रीजेश जिन्होंने एक के बाद एक पेनल्टी कॉर्नर बचाकर ब्रिटेने को गोल करने से रोका. विश्व रैंकिंग में तीसरे नंबर पर चल रही भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल का प्रदर्शन किया है. पूल स्टेज में अगर ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए मुकाबले को हटा दिया जाए तो भारत ने बाकी सभी मुकाबले जीतकर ग्रुप में दूसरा पायदान सुनिश्चित किया था.
आज के मुकाबले में भारत की तरफ से गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल करके हाफ टाइम तक भारत को 2-0 की बढ़त दिला थी. इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने तीसरे क्वार्टर में शानदार खेल दिखाया. इसके बाद आखिरी क्वार्टर में आखिरी क्षणों में हार्दिक सिंह ने गोल करके भारत को 3-1 की विजयी बढ़त दिला दी.
गौरतलब है कि ओलंपिक के इतिहास में भारतीय हॉकी टीम का नाम अभी भी सुनहरे अक्षरों में लिखा है. साल 1980 तक भारतीय हॉकी की दुनिया में तूती बोलती थी. लेकिन 1980 के बाद से भारतीय टीम कभी भी सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच पाई थी. ऐसे में अब 41 साल बाद भारतीय टीम ने अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को एक बार दोबारा वापस पाया है.