टोक्यो: भारतीय बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन का कोकूगीकन एरिना में विश्व चैंपियन तुर्की की बुसेनाज से सेमीफाइनल मुकाबला हुआ जिसमें उनको 5-0 से हार का सामना करना पड़ा लेकिन सेमीफाइनल खेलने के चलते उनको ब्रॉन्ज मेडल दिया जाएगा.

लवलीना का ये मेडल इस ओलंपिक में भारत का तीसरा और बॉक्सिंग का पहला मेडल है. इस मुकाबले के साथ भारतीय बॉक्सिंग कैम्पेन का भी अंत होता है.

मुकाबले में लवलीना ने पहले राउंड की शुरुआत करते हुए बुसेनाज पर मुक्के बरसाने शुरु किए लेकिन विश्व चैंपियन ने उनका सफलतापूर्वक बचाव किया. इसके बाद बुसेनाज ने एक के बाद एक सफल आक्रमण (अपरकट, हुक और बॉडी शॉट) कर प्वाइंट अर्जित किए जिनका जवाब लवलीना के पास नहीं था.

इस दौरान लवलीना को पहले राउंड में 10-9 से हार का सामना करना पड़ा, फिर दूसरे राउंड की शुरुआत हुई जिसमें लवलीना ने अपने बचाव की तकनीक से सभी को प्रभावित किया लेकिन बुसेनाज उस हमले के लिए भी तैयार थीं. उन्होंने पहले राउंड से भी तेज खेला और प्वाइंट कमाने के मौके बनाए. लवलीना के पास इसका भी कोई जवाब नहीं था. इस राउंड में लवलीना को एक चेतावनी भी मिली जिससे उनका एक प्वाइंट भी घटा.

तीसरे राउंड की शुरुआत में लवलीना ने थोड़ी दूरी बनाते हुए प्वाइंट अर्जित करने की कोशिश की लेकिन तुर्की की खिलाड़ी ने ये कोशिश नाकाम की. इसके बाद 5-0 से सभी जजों ने तुर्की की खिलाड़ी के पक्ष में फैसला सुनाया.

लवलीना का ये मेडल भारतीय मुक्केबाजी का पिछले 9 सालों में पहला ओलंपिक मेडल है.

इससे पहले भारत की महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने कोकूगीकन एरिना में जारी टोक्यो ओलंपिक के 69 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में 4-1 जीत दर्ज की है.

लवलीना का सामना चीनी ताइपे खिलाड़ी नियान चिन चेन से हुआ जिनको लवलीना ने 3 राउंड में धूल चटाई. इसी के साथ लवलीना ने सेमीफाइनल में पहुंच कर अपना एक पदक पक्का कर लिया है.

इससे पहले लवलीना ने कुकुगिकान एरिना में मंगलवार को खेले गए अंतिम-16 राउंड के मुकाबले में जर्मनी की नाडिना अप्टेज को 3-2 से हराया.
नीले कार्नर पर खेल रहीं लवलीना ने पांचों जजों से क्रमश: 28, 29, 30, 30, 27 अंक हासिल किए. दूसरी ओर, नाडिना को 29, 28, 27, 27, 30 अंक प्राप्त हुए.

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