रांची: भारत और न्यूजीलैंड के बीच 19 नवंबर को रांची के जेएससीए स्टेडियम में टी-20 क्रिकेट मैच होना है. 18 नवंबर यानी कल दोपहर दोनों टीमें रांची एयरपोर्ट पहुंचेंगी. इसके बाद विशेष सुरक्षा में खिलाड़ियों को होटल रेडिसन ब्लू लाया जाएगा. होलट रेडिसन ब्लू के प्रबंधक देवेश ने बताया कि होटल में बायो बबल व्यवस्था बहाल कर दी गई है. इस दौरान कोई भी बाहर का शख्स खिलाड़ियों के संपर्क में नहीं आ सकेगा.
बीसीसीआई की तरफ से खिलाड़ियों और अन्य मेंबर्स के लिए 100 कमरे बुक किए गये हैं. होटल में सिर्फ 15 कमरे बाहरी गेस्ट के लिए रिजर्व हैं. इन कमरों में ठहरने वाले गेस्ट किसी भी सूरत में खिलाड़ियों के संपर्क में नहीं आएंगे. खिलाड़ियों के होटल में प्रवेश से लेकर निकासी तक के लिए अलग रास्ता बनाया गया है. होटल में कुल 15 फ्लोर है. इसमें सात फ्लोर पर कमरे हैं. इनमें से छह फ्लोर और लॉबी को बायो बबल जोन में कंवर्ट कर दिया गया है. यही नहीं स्टेडियम में भी खिलाड़ियों को बायो बबल सुरक्षा में रखा जाएगा. ग्राउंड से पेवेलियन तक आने-जाने के दौरान बाहर का कोई भी खिलाड़ियों के संपर्क में नहीं आएगा.
क्या होता है बायो बबल
बायो बबल का मतलब होता है. एक सुरक्षित वातावरण तैयार करना. यह व्यवस्था कोरोना संक्रमण से खिलाड़ियों को बचाने के लिए की जाती है. इसके लिए विशेष तैयारी करनी पड़ती है. बायो बबल जोन में सेवा देने वाले होटल स्टाफ को जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. टीम के रहने तक उन्हें भी जोन से बाहर आने की अनुमति नहीं होती है. खास बात है कि इस व्यवस्था को साथ ही आईपीएल का 14वां सीजन भारत में शुरू हुआ था. फिर भी कई खिलाड़ी संक्रमित हो गए थे. इसकी वजह से भारत में आईपीएल को स्थगित कर दिया गया था. तब बायो बबल सिस्टम पर भी सवाल खड़े हुए थे.