JoharLive Desk
अहमदाबाद। भारत एवं अमेरिका की इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साझी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज यहां घोषणा की कि कल नयी दिल्ली में उनका देश भारत को तीन अरब डॉलर के शस्त्र विक्रय करार पर दस्तखत करेगा।
अहमदाबाद के मोटेरा स्थित विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट मैदान सरदार पटेल स्टेडियम में दो लाख से अधिक के जनसमुदाय को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। मंच पर श्रीमती मेलानिया ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे।
श्री ट्रंप ने कहा, “हम रक्षा सहयोग को निरंतर आगे बढ़ाते रहेंगे, अमेरिका भारत को विश्व के सर्वश्रेष्ठ और सर्वाधिक घातक सैन्य उपकरण उपलब्ध कराना चाहता है। हम ऐसे आधुनिक हथियार बनाते हैं जितना कोई नहीं बनाता। भारत के साथ उनकी खरीद की बात चल रही है।”
उन्होंने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि कल हमारे प्रतिनिधि तीन अरब डॉलर से अधिक के विक्रय सौदे पर दस्तखत करेंगे जिनमें आधुनिकतम सैन्य हेलीकॉप्टर तथ अन्य सैन्य उपकरण शामिल हैं।”
उन्होंने भारत एवं अमेरिका के बीच तीनों सेनाओं के संयुक्त सैन्य अभ्यास टाइगर एंड ट्राइम्फ का जिक्र किया और कहा कि दोनों देश अपने नागरिकों को कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से बचाने के लिए एकजुट हैं। उन्होंने कहा, “भारत और अमेरिका आतंकवादियों को राेकने और आतंक की विचारधारा से लड़ने के लिए साथ साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पाकिस्तान की ज़मीन पर काम करने वाले आतंकवादी संगठनों और आतंकवादियों को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर सकारात्मक ढंग से काम कर रही है। उनके प्रशासन में हम अमेरिकी सेना को खून के प्यासे आईएसआईएस के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ने की क्षमता मुहैया करा रहे हैं। आज की तारीख में आईएसआईएस का खिलाफत शत प्रतिशत नष्ट हो चुकी है। उसका सरगना अल बगदादी मारा जा चुका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति अपने करीब बीस मिनट के भाषण में अहमदाबाद में अपने अभूतपूर्व स्वागत से अभिभूत नज़र आये। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व एवं उपलब्धियों का उल्लेख किया और माना कि भारत का कद श्री मोदी के नेतृत्व में तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस अद्भुत स्वागत सत्कार को हमेशा याद रखेंगे। आज के बाद से भारत का हमारे दिल में एक खास स्थान रहेगा।
- पोल्ट्री उद्योग को बचाने के लिए प्रधानमंत्री से गुहार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान मुर्गी पालन उत्पादों के आयात की ड्यूटी घटाने की आशंकाओं के बीच पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पोल्ट्री उद्योग को बचाने के लिए अपील की।
फेडरेशन के अध्यक्ष रमेश चंद्र खत्री और सचिव रणपाल सिंह ने प्रधानमंत्री के नाम लिखे पत्र, जो विभिन्न जिला उपायुक्तों के माध्यम से दिया गया, में यह अपील की गई है। आज यहां जारी पत्र के अनुसार पोल्ट्री उद्योग दस हजार करोड़ रुपये का है और दो करोड़ लोगों का रोजगार इससे जुड़ा हुआ हे। अमरीकी पोल्ट्री उद्योग को बढ़ावा देने के प्रयास में सरकार भारत के पोल्ट्री उद्योग को नष्ट कर देगी।
पत्र में लिखा गया है कि अमेरिकी टंगड़ी पर ड्यूटी घटाई गई तो भारतीय पोल्ट्री नष्ट हो जायेगी। पत्र के अनुसार पोल्ट्री के साथ मक्का, बाजरा, तिलहन, सोया बुवाई करने वाले किसानों का भी नुकसान होगा क्योंकि पोल्ट्री इन कृषि उत्पादों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
पत्र में प्रधानमंत्री को किसानों की आय 2022 तक दुगनी करने के वायदे की याद दिलाते हुए कहा गया है कि किसानों का भरोसा न तोड़ें क्योंकि किसान ने उन्हें इसलिए वोट नहीं दिया कि परेशान होकर उसे आत्महत्या का रास्ता अपनाना पड़े।