नई दिल्ली : भारत ने चीन को पछाड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया वाहन बाजार बनने का ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है. काउंटरपॉइंट रिसर्च की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती मांग, अनुकूल मॉनसून और सरकारी पहलों के चलते दोपहिया वाहनों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि 2024 की पहली छमाही में वैश्विक स्तर पर दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. भारत में इस अवधि में 22 प्रतिशत की जबरदस्त उछाल देखी गई, जिसने भारत को दुनिया के इस क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर ला खड़ा किया है.
चीन का बाजार
चीन में 125 सीसी से कम क्षमता वाले दोपहिया वाहनों की लोकप्रियता बनी हुई है, लेकिन ग्राहक रोजमर्रा की जरूरतों के लिए ई-साइकिल को प्राथमिकता देने लगे हैं. इस बदलाव के कारण चीन में दोपहिया वाहनों की बिक्री में कमी आई है, खासकर इलेक्ट्रिक सेगमेंट में.
दक्षिण पूर्व एशिया में गिरावट
दक्षिण पूर्व एशिया के देशों जैसे इंडोनेशिया, वियतनाम और थाईलैंड में भी बिक्री में गिरावट देखी गई है, जिसका मुख्य कारण भू-राजनीतिक तनाव और कठोर ऋण मानदंड हैं. आर्थिक अनिश्चितता और ग्राहकों का सतर्क रवैया भी बिक्री को प्रभावित कर रहा है.
टॉप कंपनियां
2024 की पहली छमाही में वैश्विक दोपहिया वाहन निर्माताओं में होंडा का प्रमुख स्थान है, उसके बाद हीरो मोटोकॉर्प, यामाहा, और टीवीएस मोटर हैं. टीवीएस मोटर ने सालाना आधार पर 25 प्रतिशत वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्रांड का दर्जा प्राप्त किया है, जबकि याडिया की बिक्री में 29 प्रतिशत की गिरावट आई है. भारत का यह कीर्तिमान न केवल देश के विकास को दर्शाता है, बल्कि विश्व स्तर पर दोपहिया वाहनों के बाजार में भारतीय कंपनियों की बढ़ती शक्ति को भी उजागर करता है.
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