पाकुड़: जिला मुख्यालय स्थित झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला कार्यालय में पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में गठबंधन की सरकार बनी और सरकार बनने के बाद राज्य के विकास का कार्य शुरू किया गया. इसी बीच कोविड का प्रकोप आ गया. कोविड के प्रकोप के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मजदूरों को बचाने का प्रयास किया. मजदूरों को विमान से झारखंड वापस लाया गया. राज्य सरकार ने लोगों की जान बचाने को पहली प्राथमिकता दी. इसके बाद लोगों को रोजगार देने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई. राज्य में लगातार हो रहे कार्य कहीं न कहीं भाजपा के लोगों को परेशान कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को झारखंड में नोटों का पहाड़ दिखता है, लेकिन उन्हें हिमालय के भ्रष्ट लोग नहीं दिखते. उन्होंने कहा कि कई चीजें बताती हैं कि सरकार किस दिशा में जा रही है. उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ क्षेत्र की शांति बिगड़ने की बात की जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करते हैं लेकिन वे खुद बांग्लादेशियों को पनाह दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड की धरती पर झारखंड के खनिजों से बिजली बनाकर बांग्लादेश भेज रहे हैं. एक तरह से वे अपने ही दोस्त को बांग्लादेश भेज रहे हैं. प्रधानमंत्री ने पूरे देश को मजाक बना दिया है. साथ ही कहा इस बार जनता चुनाव लड़ रही है और संथाल परगना की तीनों सीटों पर ऑल इंडिया अलायंस के उम्मीदवार जीत रहे हैं. यहां से भाजपा का सफाया होना तय है.