रांची: कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी के द्वार देश के महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी के ऊपर अमर्यादित टिप्पणी के खिलाफ भाजपा,रांची महानगर एवं ग्रामीण जिला के संयुक्त तत्वावधान में राजभवन के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक धरना देकर विरोध जताया गया।
धरना की अध्यक्षता भाजपा रांची महानगर–जिला के अध्यक्ष श्री के.के. गुप्ता एवं मंच संचालन महामंत्री वरुण साहू ने किया।
धरना में मुख्य रूप से पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री एवं रांची की महापौर आशा लकड़ा,रांची के विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर, पूर्व विधायक राम कुमार पाहन, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, ग्रामीण जिलाध्यक्ष सुरेंद्र महतो उपस्थित थें।
इससे पूर्व भाजपा,रांची महानगर के सभी 17 एवं ग्रामीण जिला के सांगठनिक मंडलों से पार्टी कार्यकर्ता झंडा–बैनर के साथ जुलूस के रूप में धरना स्थल, राजभवन पहुंचकर कार्यक्रम में शामिल हुए।
मौके पर धरना को संबोधित करते हुए भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री एवं रांची की महापौर आशा लकड़ा ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी ने ना सिर्फ राष्ट्र के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजित आदिवासी महिला का अपमान किया है, बल्कि कांग्रेस ने देश के तमाम आदिवासी समाज एवं महिलाओं का अपमान किया है। उन्होंने कहा की द्रोपदी मुर्मू जी के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनते ही कांग्रेस की घृणित चरित्र कांग्रेस प्रवक्ता के बयान से सामने आया था। उन्होंने कहा की इस कृत्य के लिए देश के आदिवासी समाज कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी।
पूर्व मंत्री एवं रांची के विधायक सी.पी.सिंह ने कहा कि इस राष्ट्र का यह गौरव है की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 75 वर्ष की आजादी में एक गरीब आदिवासी महिला को देश के सर्वोच्च पद पर बैठाया है, यह कांग्रेस को नही पच रही है। श्री सिंह ने कहा की अधीर रंजन चौधरी का यह ब्यान कांग्रेस पार्टी की आदिवासियों के प्रति घृणित मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी को अविलंब पूरे आदिवासी समाज एवं देश की मातृ शक्ति से माफी मांगनी चाहिए।
हटिया विधायक नवीन जयसवाल ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी एक गरीब आदिवासी महिला का सम्मान नहीं पचा पा रही है। देश के राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर एक आदिवासी महिला बैठ गई यह कांग्रेस को नगवारा लग रहा है। उन्होंने कहा की कांग्रेस ने आज साबित कर दिया है की वह आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी एवं महिला विरोधी है।
महानगर अध्यक्ष के.के.गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा की कांग्रेस के द्वारा देश के महामहिम राष्ट्रपति को इस तरह अपमानित करना कांग्रेस की मुल्यविहीन एवं संसाकार विहीन राजनीति का प्रतीक है। उन्होंने कहा की इस कृत्य के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी एवं पूरी कांग्रेस पार्टी देश की महिलाओं एवं आदिवासियों से मांगी मांगे अन्यथा भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर चरणबद्ध आंदोलन चलाने पर बाध्य होगें।
ग्रामीण जिलाध्यक्ष सुरेंद्र महतो ने कहा की देश के आदिवासी समाज आजादी के 75 वर्षों तक क्यों हासिए पर रहा यह कांग्रेस के बयान से स्पष्ट हो गया। आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को इसकी कीमत झारखंड सहित पूरे देश में चुकानी पड़ेगी।
धरना में के.के.गुप्ता की अध्यक्षता में गंगोत्री कुजूर, सुबोध सिंह गुड्डू,सत्यनारायण सिंह वरुण साहू,बलराम सिंह,राजू सिंह,जितेंद्र वर्मा,जितेंद्र पटेल,नीरज सिंह,राकेश सिंह गुड्डू,रितांकर दत्ता,अनिता वर्मा,रोमित नारायण सिंह, रामलगन राम,अर्जुन मुंडा, मुनचुन राय, ललित ओझा, रमेश सिंह, सोनू सिंह सहित सैकड़ों की तादात में भाजपा,रांची महानगर एवं ग्रामीण–जिला के कार्यकर्ता शामिल दें।