रांची : सिविल सर्जन रांची की अध्यक्षता में टीबी के खात्मे को लेकर बैठक हुई. राज्य से आये डब्ल्यूएचओ, IEC आफिसर, आरसीएच आफिसर, डीटीओ, एआईआई एमओ-आईसी, टीबी के स्वास्थ्य कर्मी के अलावा एनजीओ पार्टनर्स के प्रतिनिधि शामिल हुए. समीक्षा बैठक में डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट ने टीबी मुक्त भारत अभियान पर जिले में किये जाने वाले कार्यों पर चर्चा की गई. साथ ही अधिक से अधिक संभावित टीबी मरीजों की जांच कराने और समय पर इलाज करने का निर्देश दिया गया. सभी टीबी मरीजों को पोषण आहार कार्यक्रम के अन्तर्गत ससमय प्रोत्साहन राशि भुगतान करने का निदेश दिया गया. सिविल सर्जन रांची डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में ज्यादा-से-ज्यादा प्रचार-प्रसार करने, कांटैक्ट ट्रेसिंग करते हुए जांच का दायरा बढ़ाने की जरूरत है.
निक्षय मित्र बनाने पर जोर
उन्होंने कहा कि उक्त कार्य में सहिया, सीएचओ, एनजीओ पार्टनर्स का सहयोग लेते हुये सभी को ससमय कार्य करें. मरीजों को पोषण आहार उपलब्ध कराने के लिए निक्षय मित्र बनाने पर जोर दिया. डीटीओ डॉ एस बास्की ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि वर्ष 2025 के लक्ष्य को ध्यान में रख सभी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें. सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपने स्तर से टीबी कार्यक्रम की समीक्षा करने का भी अनुरोध किया गया.
रांची में एमडीआर के 68 मरीज
34,358 संभावित टीबी मरीजों की जांच
3,432 टीबी मरीज है राजधानी में
1112 टीबी मरीजों को मिल रहा पोषण आहार
68 एमडीआर टीबी मरीज