Joharlive Team
रांची। झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू थाना अंतर्गत कोयोंगसार गांव में सोमवार की सुबह खूंटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। खूंटी पुलिस ने मुठभेड़ में 15 लाख का कुख्यात इनामी नक्सली को मार गिराया है। हुंआ यू की सुबह करीब 9 बजे कुख्यात 15 लाख का इनामी नक्सली जिदन गुड़िया दस्ते के सदस्यों के साथ ढुस्का और सब्जी नास्ता करने की तैयारी में था कि अचानक सीआरपीएफ की अल्फा और फॉक्स टीम ने चारों तरफ से घेर लिया। अचानक पुलिस टीम को सामने देख जिदन नास्ता छोड़कर एक-47 से गोली चलाना शुरू कर दिया। इसके बाद सीआरपीएफ की टीम ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। करीब 5 से 10 मिनट तक दोनों तरफ से फायरिंग हुई। जिसमें जिदन गुड़िया को एक गोली सीने में और दूसरी गोली पैर में लगी। गोली लगने के उपरांत ही जिदन गुड़िया ढेर हो गया। जिदन को गोली लगने के बाद दस्ते के अन्य सदस्य जंगल का फायदा उठा कर मौके से भाग गए। इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों को भी हल्की चोटें आयी है। मुठभेड़ के बाद जंगल में सर्च अभियान चलाया गया।
जिसमें पुलिस ने जिदन के पास से एक-47, करीब 50 राउंड से ज्यादा जिंदा गोली, 10 पीस मोबाइल, करीब 60 अलग-अलग कंपनी का सिम, नगद रुपया, प्रतिदिन इस्तेमाल होने वाला सामान और कई अन्य सामग्री शामिल है। इधर, खूंटी एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि जिदन गुड़िया के मारे जाने के बाद पीएलएफआई को बड़ा झटका लगा है। जिदन के साथ करीब 6 से 7 सदस्य और भी थे, जो मुठभेड़ के बाद भागे है। उनकी भी जंगल में खोज चल रही है। जिदन के मारे जाने के बाद इलाके के ग्रामीणों में दहशत कम हुआ है। आगे भी नक्सलियों के खिलाफ यह करवाई जारी रहेगी।
पीएलएफआई नक्सली संगठन नहीं, बल्कि आपराधिक संगठन है : डीजीपी
झारखंड के डीजीपी एमबी राव ने कहा कि पीएलएफआई को नक्सली संगठन नहीं मानते हैं। उनके अनुसार यह एक आपराधिक संगठन है, जो अपराधियों की तरह का घटनाओं को अंजाम देता है। इनका कोई भी इथीकिस नहीं है। उन्होंने बताया कि हाल में ही जिदन गुड़िया के इनामी पोस्टर को गांव गांव में जारी किया गया था। इसका फायदा मिला और हमें बेहद गुप्त रूप से जिदेन के बारे में जानकारी मिली , जिसके बाद पुलिस वालों ने उसके खोज में ऑपरेशन चलाया। पुलिस को देखते ही जिदेन और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी ,जिसमे जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। उन्होंने कहा कि खूंटी पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने बहुत ही बेहतर काम किया है। आज की संयुक्त कार्रवाई में एक आतंक को खत्म कर दिया है। जिदन गुड़िया पर 15 लाख का इनाम था और वह इनाम मुठभेड़ में शामिल अधिकारियों और जवानों के बीच बांटा जाएगा।
सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद संगठन में दूसरा स्थान था जिदन गुड़िया का
पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद संगठन में जिदेन का दूसरा स्थान था। खूंटी, रांची, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, हजारीबाग, चाईबासा जिले में वह आतंक का पर्याय था। उसकी मौत से संगठन को बड़ा झटका लगा है वहीं पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी है। जिदन पर हत्या, अपहरण, लेवी, रंगदारी के दर्जनों मामले दर्ज है।
जिदन गुड़िया के मारे जाने के बाद डीजीपी एमवी राव ने पीएलएफआई संगठन के बचे दूसरे उग्रवादियों को चेतावनी दी है कि वह जल्द से जल्द पुलिस के सामने हथियार डाल दें नहीं तो उनका भी हाल जिदेन के जैसा ही होगा।