धनबादः जिले में एक युवती को टीकाकरण के नाम पर बहला-फुसला कर एक दंपती दिल्ली ले कर चले गए. युवती के घर नहीं पहुंचने पर उसके परिजनों ने उस दंपती से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान उस दंपती ने जो कहा उससे युवती के परिजनों के होश उड़ गए. उन्होंने युवती के आध्यात्मिक होने की बात कही.
परिजनो ने जब अपनी बेटी से मिलने की इच्छा जताई तो कहा गया कि वह दिल्ली में है. लड़की से मिलने के दिल्ली जाना पड़ेगा. परिजन अपनी बेटी के बारे में पता लगाने के दिल्ली गए. दिल्ली जाने के बाद कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बेटी से मिलने दिया गया. वह भी महज 5 मिनट के लिए और 6 फीट की दूरी से परिजन बेटी से मिल सके.
बेटी से कोई बात भी नहीं हो सकी. नतीजतन दिल्ली से धनबाद लौटकर बेटी को बंधक बनाए जाने की थाना में परिजनों ने लिखित शिकायत की है. पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है. दरअसल तोपचांची थाना क्षेत्र के खेशमी गांव के रहने वाले नारायण महतो की 23 वर्षीय बेटी किरण कुमारी को रतनपुर के रहने वाले राजकुमार महतो और उसकी पत्नी सावित्री देवी टीकाकरण के नाम पर बहला फुसलाकर 27 दिसंबर को कहीं लेकर चले गए.
शाम तक उनकी लाडली बेटी घर नहीं पहुंची. जिसके बाद परिवारवालों ने खोजबीन शुरू कर दी. लेकिन दूर दूर तक सफलता हाथ नहीं लगी. राजकुमार महतो से बेटी के बारे में पूछताछ करने पर पहले तो वह मुकर गया, लेकिन ग्रामीणों के द्वारा जब सख्ती से पूछताछ की गई तब राजकुमार महतो ने बताया कि उनकी लाडली बेटी आध्यात्मिक हो गई है और दिल्ली मे रह रही है. उससे मिलने के लिए राजकुमार ने दिल्ली जाने की बात कही. राजकुमार महतो और उसकी पत्नी सावित्री देवी के साथ परिजन दिल्ली गए. दिल्ली में कड़ी मशक्कत के बाद परिजनों को बेटी से मुलाकात कराया गया.
6 फीट की दूरी पर महज कुछ मिनट के लिए परिजनों को बेटी से मिलने दिया गया. कुछ पूछने पर वह जवाब भी नहीं दे रही थी. दिल्ली में अपनी बेटी की स्थिति देखकर कर परिवार वालों का दिल पसीज गया. उसकी हालत को देखकर परिवार वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई. उनकी स्थिति को देखकर परिवार वालों को अहसास हुआ कि उनकी बेटी को बंधक बना कर रख गया है. जिसके बाद परिवारवालों ने तोपचांची थाने पहुंच कर लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है. शिकायत मिलने के बाद पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.