रांची : प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) की पूछताछ में दिन पर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के जेलर नसीम खान ने ईडी की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। जेलर ने अपनी गलती को स्वीकार किया है। जेलर नसीम खान ने कहा है कि रात के अंधेरे में प्रेम प्रकाश और निलंबित आईएएस छवि रंजन को चोरी छिपे मिलवाया था।
जेल मैन्युअल का उल्लंघन कर दोनों को मिलवाने की गलती को स्वीकार किया है। इसके अलावा जेलर ने ईडी के अधिकारियों को कई जानकारी दी है। निलंबित आईएएस छवि रंजन भूमि घोटाला मामले में पांच मई को होटवार स्थित केंद्रीय कारा भेजे गए थे। उन्हें ईडी ने चार मई की रात पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। जेल में प्रेम प्रकाश पहले से बंद है। उसे ईडी ने अवैध खनन मामले में जेल भेजा था।
जब छवि रंजन पांच मई की शाम जेल पहुंचे तो जेल प्रशासन से उन्होंने प्रेम प्रकाश से मुलाकात की इच्छा जताई। इसके बाद जेलर नसीम खान ने ही रात के अंधेरे में प्रेम प्रकाश का सेल खुलवाया, उसके चेहरे पर गमछा बंधवाया और उसके बाद उसे लेकर छवि रंजन के अपर डिविजन सेल में पहुंचाया। वहां 40 मिनट तक दोनों की बंद कमरे में बातचीत हुई है।
सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं कराया तो होगी कार्रवाई
बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के काराधीक्षक हामिद अख्तर को ईडी ने शुक्रवार को पूछताछ के बाद हिदायत के साथ छोड़ा था कि वे पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद का सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराएं। काराधीक्षक को नेताओं व नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद का भी सीसीटीवी फुटेज देने के लिए कहा गया है। ईडी ने काराधीक्षक को यह हिदायत दी है कि अगर वे सीसीटीवी फुटेज नहीं देते हैं तो उन्हें आरोपितों से मिलीभगत का दोषी माना जाएगा। यह भी माना जाएगा कि उन्होंने जानबूझकर साक्ष्य मिटाया। ईडी उनपर एक सजिश के तहत साक्ष्य मिटाने का आरोपित मानकर उसके अनुसार जेल अधीक्षक के विरुद्ध कार्रवाई करेगी।