रांची: झारखंड का पहला मॉडल सब्जी मार्केट शुरू होते ही विवादों में पड़ गया है। विवाद इस कदर बढ़ गया है कि जिनके लिए यह मार्केट तैयार किया गया है वही अब हड़ताल पर चल गए हैं। शुक्रवार सुबह से नागाबाबा खटाल में फुटपाथ पर सब्जी लगाने वाले 300 सब्जी विक्रेता हड़ताल पर चले गए हैं। इनकी कहना है कि जब तक इन्हें दुकानें आवंटित नहीं हो जाती है ये हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे।

इनका आरोप है कि सब्जी मार्केट में दुकानों के आवंटन में रांची नगर निगम गड़बड़ी कर रहा है। पैसे लेकर अलग से सब्जी विक्रेताओं को जोड़ रहा है।रांची नगर निगम 211 दुकानों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से करने की तैयारी कर रहा था। इसमें उन दुकानदारों के नाम को गायब कर दिया गया था जिनका नाम 2016 के सर्वे की सूची में शामिल है।

सब्जी के लिए भटकत रहे लोग
नागा बाबा खटाल सब्जी मार्केट से रातू रोड, मोरहाबादी, अपर बाजार, हरमू , जेल मोड़ के आसपास इलाके के लोग सब्जी की खरीदारी करते हैं। स्थानीय स्तर पर यह सब्जी का होलसेल मार्केट है। हर दिन 30 टन सब्जी की बिक्री होती है। दुकानें बंद रहने के कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

585 दुकानों के लिए आए हैं आवेदन
रांची नगर निगम की तरफ यहां 385 दुकनदारों को दुकानें आवंटित करने की योजना है। इसके लिए निगम को 484 आवेदन आएं हैं। कोविड से पहले 2016 में हुए सर्वे की सूची में 300 दुकानदारों को शामिल किया गया था। कोरोना के बाद यहां 100 नए दुकानदार आकर दुकान लगाने लगे हैं। निगम फेज वाइज दुकानों के आवंटन की तैयारी कर रहा है। पहले फेज में 211 दुकानदारों की सूची तैयार की गई है।

10.86 करोड़ से तैयार किया गया है मार्केट
नागा बाबा खटाल के पास तीन फ्लोर का झारखंड का पहला सब्जी मार्केट बनाया गया है। इस मार्केट को 10.86 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। यहां 193 सब्जी विक्रेताओं और 46 फल विक्रेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही यहां खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों की सुविधा के लिए पार्किंग और फुड कोर्ट की भी व्यवस्था की गई है। दो महीने पहले CM हेमंत सोरेन ने इसका उद्घाटन किया था।

Share.
Exit mobile version