पुरुलिया : पश्चिम बंगाल से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. दरअसल, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में भीड़ ने कुछ साधुओं को निर्वस्त्र कर पिटाई की है. भीड़ ने साधुओं के कपड़े फाड़ दिए और बेहरमी से पिटाई की. पुरुलिया में साधुओं की पिटाई की घटना को महाराष्ट्र के पालघर में हुए घटना जैसी बतायी जा रही है. घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की है. हालांकि, टीएमसी ने बीजेपी के द्वारा लगाए गए आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पश्चिम बंगाल भाजपा ने सोशल मीडिया एक्स पर शुक्रवार को पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो पर टिप्पणी करते हुए लिखा, “ममता बनर्जी की चुप्पी पर शर्म आनी चाहिए! क्या ये हिंदू साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? यह अत्याचार जवाबदेही की मांग करता है,” .
Shame on Mamata Banerjee’s deafening silence! Are these Hindu Sadhus not worthy of your acknowledgment? The atrocity demands accountability. #JusticeDenied https://t.co/sAwpRrrzil
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) January 12, 2024
वायरल हो रहे 30 सेकंड के एक वीडियो में, साधु को एक भीड़ द्वारा निर्वस्त्र करते और उन पर हमला करते हुए दिखाया गया है. इस घटना की तुलना 2020 के पालघर मॉब लिंचिंग से करते हुए, अमित मालवीय ने लिखा, “पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से बिल्कुल चौंकाने वाली घटना सामने आई… मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा.”
भाजपा नेता ने जोर देकर कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है. उन्होंने आगे दावा किया कि ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहाँ शेख जैसे व्यक्तियों, जिन्हें उन्होंने आतंकवादी करार दिया था, को राज्य संरक्षण प्राप्त हुआ, जबकि साधुओं को भीड़ द्वारा हत्या का शिकार होना पड़ा. इसके साथ ही, भाजपा बंगाल के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने हमले से निपटने के लिए ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की.