इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अपराध के मामले थम नहीं रहे हैं। ताजा मामला सिंध प्रांत का है। यहां एक हिंदू लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बदमाश लड़की का अपहरण करने की कोशिश कर रहा था। नाकाम रहने पर बदमाश ने उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
मृतका की पहचान 18 वर्षीय पूजा ओद के रूप में हुई है। ‘द फ्राइडे टाइम्स अखबार’ में छपी रिपोर्ट की माने तो ये घटना सुक्कुर के रोही इलाके की है। बेखौफ बदमाश ने बीच चौराहे पर ही पूजा के अपहरण की कोशिश की थी, पूजा ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी उसे गोली मारकर फरार हो गया।
पाकिस्तान में इस तरह की ये पहली घटना नहीं है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने बताया कि हर साल सैकड़ों इसाई और हिंदू लड़कियों का इस्लाम में जबरन धर्मांतरण किया जाता है। उनका कहना है कि देश के अल्पसंख्यक समुदाय लंबे समय से जबरन विवाह और धर्मांतरण के मुद्दे का सामना कर रहे हैं।
कई अधिकार संगठनों ने इसके लिए पाकिस्तान सरकार की आलोचना की है। संगठनों ने कहा है कि पाकिस्तानी सरकार हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इससे पहले, सिंध में प्रांतीय सरकार ने जबरन धर्मांतरण और विवाह को प्रतिबंधित करने का प्रयास किया था। हालांकि, धार्मिक प्रदर्शनकारियों ने यह कहते हुए बिल का विरोध किया कि लड़कियां मुस्लिम पुरुषों के प्यार में पड़ने के बाद ही धर्म परिवर्तन करती हैं।
पाकिस्तान की पत्रकार नायला इनायत ने ट्वीट कर लिखा, ‘पाकिस्तान में आए दिन हिंदू और इसाई बेटियों का जबरन अपहरण, धर्मांतरण और शादी की जाती है। पाकिस्तान ये सब तमाशबीन बनकर देखता रहता है। वाहिद लशारी ने अपहरण का विरोध करने पर 18 साल की पूजा की गोली मारकर हत्या कर दी।’ पाकिस्तान में हिंदुओं की कुल आबादी 1.6 फीसद है। पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, सिंध प्रांत में हिंदुओं की संख्या 6.51 फीसद है।