निरसा। जिले में कोयले का अवैध धंधा युद्धस्तर पर चल रहा है। हजारों-हजार मजदूर कोयला काटने के लिए अवैध खदान में उतर रहे हैं। इस दाैरान हर रोज कहीं न कहीं दुर्घटना हो रही है और मजदूरों की जान जा रही है। मंगलवार सुबह निरसा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में बीसीसीएल और ईसीएल की बंद कोयला खदानों में अवैध खनन के दाैरान 8 मजदूरों की माैत हो गई। कई के कोयले के नीचे दबे होने की आशंका है। हादसे के बाद पुलिस मामले की लीपापोती में जुट गई है।

मुगमा और पंचेत इलाके में अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से 8 लोगों की मौत हो गई। बीसीसीएल सीवी एरिया के बंद पड़े आउट सोर्सिंग सी पेंच कोयला तस्करी के दौरान चाल धंसने से तीन लोगों की मौत हो गई। दूसरा हासदा कापासारा आउटसोर्सिंग में हुआ। निरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना में मंगलवार की अहले सुबह करीब पांच बजे आउटसोर्सिंग खदान में अवैध मुहाना से कोयला उत्खनन करने के दौरान चाल गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं इस घटना को देख आउटसोर्सिंग में अवैध ढंग से कोयला चुनने वालों में भगदड़ मच गई और आउटसोर्सिंग परियोजना में सन्नाटा पसर गया। वहीं इसीएल, आउटसोर्सिंग प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन ने ऐसी किसी प्रकार की घटना से इन्कार किया है। मंगलवार की अहले सुबह रोजाना की भांति सैकड़ों की संख्या में लोग कोयला उत्खनन करने खदान में उतरे। इसी दौरान रावण सीढ़ी नामक स्थान के समीप बने मुहाना के अंदर लोग कोयला काट रहे थे। इसी दौरान अचानक चाल गिर पड़ा। इसकी चपेट में आने से तीन लोगों की मौत घटनास्थल पर हो गई। उनके सहयोगियों ने मलवा से निकाल कर सभी शव ले भागे। सभी मृतक दूसरे जिलों का रहने वाला बताया जाता है।

आउटसोर्सिंग परियोजना में अवैध ढंग से कोयला उत्खनन कराने के लिए कोयला कारोबारियों द्वारा दूसरे स्थानों से मजदूरों को बुलाकर कोयला उत्खनन कार्य धड़ल्ले से कराया जा रहा है। इन दिनों मुगमा क्षेत्र में हजारों लोग दुसरे स्थानों से आकर कोयला उत्खनन करने का काम कर रहे हैं। जिसका कोई पहचान कोयला उत्खनन करने वालों के पास नहीं रहता है। ऐसे में जब दुर्घटना घट जाती है तो मजदूर मंगाने वाले कोयला कारोबारी चुप्पी साध लेते हैं।

लोगोें का कहना है कि जिस प्रकार आउटसोर्सिंग से धड़ल्ले से कोयला की लूट हो रही है। ऐसे में हर कोई कोयले की काली कमाई में हाथ धोना चाहती है। जिसका नतिजा है कि सप्ताह या महीना के अंदर ऐसी घटना की पुर्नावृति हो रही है। लोग जान जोखिम में डालकर कोयला चुनने चले जाते हैं । दुर्घटना घटने का कारण यह भी है कि इसीएल प्रबंधन द्वारा रोजना ब्लास्टिंग की जाती है। जिससे जमीन ढीला हो जाती है। जब लोग कोयला उत्खनन या चुनने जाते हैं तो उसकी चपेट में आ जाते हैं ।

Share.
Exit mobile version