नालंदा : 50 लाख रुपए की फिरौती के लिए अपह्रत युवक की बदमाशों ने जिंदा जलाकर हत्या कर दी थी। 16 अक्टूबर को बिहार थाना क्षेत्र से विद्युत विभाग के महिला कर्मी के पुत्र का अपहरण हुआ था। अस्पताल चौक के समीप मुसादपुर निवासी उर्मिला देवी ने 20 वर्षीय पुत्र नीतीश के अपहरण का केस बिहार थाना में दर्ज कराया था। जांच के दौरान पुलिस ने स्कूल संचालक समेत दो संदिग्धों को हिरासत में लिया था।

बदमाशों की निशानदेही पर मंगलवार को सोहसराय के आशानगर स्थित मदर टेरेसा स्कूल परिसर से पुलिस को हत्या के साक्ष्य मिले। युवक को जिन्दा जलाकर, उसके शव को टुकड़ों में कर पंचाने नदी में फेंक दिया था। गिरफ्तार स्कूल संचालक दीपक कुमार मृतक के परिवार का सदस्य है।

सदर DSP शिब्ली नोमानी ने बताया- “बदमाशों की निशानदेही पर स्कूल परिसर से हत्या के साक्ष्य मिले हैं। डॉग स्क्वायड बुलाया गया है। घटना में संलिप्त अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

मां से 150 रुपए लेकर घर से निकला था

नीतीश कुमार बिहार थाना इलाके के मुसादपुर अस्पताल चौक निवासी स्व. भुवनेश्वर प्रसाद का पुत्र है। उसकी मां उर्मिला देवी बिजली विभाग में चतुर्थवर्गीय कर्मी है। युवक शनिवार को खंदकपर मोहल्ला निवासी दोस्त से मिलने की बात कहकर घर से निकला था। मां से 150 रुपए लिये थे। रुपए देकर मां ऑफिस चली गई। थोड़ी देर बाद उनके नाती ने फोन कर बताया कि मामा साथी से मिलने खंदकपर चला गया है। मैसेज कर तीन बजे घर लौटने को कहा है। इसके बाद मां ने नीतीश को फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। उसके दोनों नंबर बंद बता रहे थे।

उसके मोबाइल से ही मांगी गई थी फिरौती

दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, उसी दिन रात को साढ़े नौ बजे उनके बेटे के मोबाइल से फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि नीतीश की मम्मी बोल रही हैं। हां कहने पर कहा कि 50 लाख रुपए तैयार रखो। कल शाम को फोन करेंगे। नीतीश उसके पास है। थाना में जाओगी तो उसे जान से मार देंगे। उसके बाद उसका मोबाइल फिर से बंद बताने लगा।

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