मुंगेर: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. शराब पीने एवं बेचने वालों को जेल की सजा का प्रावधान है लेकिन बिहार में शराबबंदी कानून मजाक बनकर रह गया है. खुलेआम शराबबंदी कानून को ठेंगा दिखाया जा रहा है. इसका जीता-जागता उदाहरण मुंगेर जिले के कोतवाली थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर स्थित जिला स्कूल का मैदान में देखने को मिला.
यहां अस्थाई रूप से एक सब्जी मंडी संचालित होती है. इसी सब्जी मंडी परिसर में सुबह से ही एक शराबी नशे में धुत होकर काफी देर तक हंगामा करता रहा. शराबी की उटपटांग हरकत को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गयी थी. नशे में चूर शराबी राहगीरों को अनाप-शनाप बोल रहा था. कभी वह बीच सड़क पर ही लेट जाता तो कभी इस सब्जी पर तो कभी उस सब्जी की दुकान पर सो जाता था.
लोग अगर उसे कुछ कहते तो वह बुरा-भला कहने लगता था. यह हंगामा करीब दो घंटे तक चलता रहा लेकिन पुलिस नहीं पहुंची जबकि कोतवाली थाना बगल में ही है. पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी. शराबी निर्भीक होकर शराब के नशे में हंगामा करता रहा. सब्जी दुकानदार गुड्डू रायन ने बताया कि सुबह से ही यह शराबी कहीं से आकर इस परिसर में हंगामा कर रहा है. इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है.
इस संबंध में दुकानदार मोहम्मद शमशेर ने बताया कि बिहार में शराबबंदी कानून केवल कागजों पर ही सिमटी हुई है. हकीकत में शराब खुलेआम बिक रही है. यह शराबी सुबह से हंगामा कर रहा है लेकिन प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी यही है.
बता दें कि बिहार के 3 जिलों में बीते 4 दिनों में जहरीली शराब पीने से 41 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें शनिवार को समस्तीपुर से 4 मृतक भी शामिल हो गए हैं. वहीं, 6 लोगों की हालत गंभीर है. इनमें 3 की आंखों की रोशनी जा चुकी है. मरने वालों में गोपालगंज से 20, बेतिया से 17 और समस्तीपुर से BSF और आर्मी के 1-1 जवान समेत 4 लोग शामिल हैं. अभी तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आने के कारण प्रशासन इन्हें संदिग्ध मौत ही मान रहा है, लेकिन परिजनों के अनुसार शराब पीने के कारण इनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हुई है.
गोपालगंज में अब तक 20 लोगों की मरने की पुष्टि परिजनों ने की है. इनमें 7 का अंतिम संस्कार परिजनों ने पहले ही कर दिया था. जबकि, 13 लोगों का पोस्टमॉर्टम कराया गया है. गोपालगंज में भी 3 लोगों की हालत गंभीर है. हालांकि, प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार, 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. सभी के परिजनों ने शराब पीने की पुष्टि की है। जिले में जिन लोगों की शराब पीने से तबीयत बिगड़ी, उनका मोतिहारी के अस्पतालों में इलाज चल रहा है.