धनबाद: जज उत्तम आनंद मौत मामले में लापरवाह पुलिस पदाधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है. धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 हत्याकांड मामले में पाथरडीह थाना प्रभारी उमेश मांझी को निलंबित कर दिया है.
पाथरडीह थाना प्रभारी निलंबित
जानकारी के मुताबिक, जिस ऑटो से जज उत्तम आनंद को धक्का मारा गया था उसकी चोरी की एफआईआर 27 जुलाई को पाथरडीह थाने में दर्ज कराई गई थी. फिर उसी ऑटो से 28 जुलाई को जज को धक्का मारा गया था. जज को धक्का मारने वाले ऑटो के मालिक का घर पाथरडीह थाना क्षेत्र में ही है और चालक के साथ उसका सहयोगी भी इसी इलाके का रहने वाला है. पूरे मामले में थाना प्रभारी उमेश मांझी की लापरवाही सामने आने के बाद उनको निलंबित कर दिया गया है.
एसआईटी ने तीसरे आरोपी को किया गिरफ्तार
इससे पहले शनिवार को एसआईटी की टीम ने पाथरडीह भोरिक खटाल निवासी और ऑटो मालकिन सुगनी देवी के पति रामदेव लोहार को पाथरडीह के जंगल से गिरफ्तार कर लिया है. रामदेव लोहार पहले भी डकैती समेत कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है. उस पर 90 के दशक में लूट और चोरी के कई मामले दर्ज हुए थे. शराब का गोरखधंधा करने का भी आरोप रामदेव पर लग चुका है. रामदेव को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
क्या है पूरा मामला
28 जुलाई 2021 को मॉर्निंग वॉक के लिए निकले जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद एक ऑटो ने टक्कर मार दी थी. जिसके बाद गंभीर रूप से घायल जज को दूसरे ऑटो से SNMMCH पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.इस घटना में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि इस मामले में झारखंड सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की है.