रांची : राज्य गठन के बाद से झारखंड सुर्खियों में रहा है. लेकिन, बीते पांच वर्षों में जेएमएम की सरकार बनने के बाद से कुछ ज्यादा ही सुर्खियां बटोर भी रहा है. कोई ऐसे सेंट्रल जांच एजेंसी नहीं होगी, जो आज की तारीख में झारखंड के किसी न किसी भी मामले की जांच न कर रही हो. इससे भी बड़ी बात है कि झारखंड में काम कर रही सेंट्रल जांच एजेंसी “ईडी” की अब किरकिरी हो रही है. ईडी के समन को कोई गंभीरता से ले ही नहीं रहा है. जिसका खामियाजा ईडी को जांच में हो रहा है. अवैध खनन से जुड़े मामलों में अब तक ईडी ने कई लोगों को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुला चुकी है. लेकिन, अभी तक कोई भी ईडी दफ्तर नहीं पहुंच रहा है. इतना ही नही ईडी के समन पर न आने का एक तरह से प्रचलन भी बनते जा रहा है.
16 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू को
ईडी की टीम ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के घर में बीते दिनों छापेमारी की. इस दौरान ईडी की टीम को अभिषेक प्रसाद के घर से कई कागजात मिले. जिसके बाद ईडी ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन, अभिषेक प्रसाद ईडी कार्यालय पहुंचना उचित न समझा.
15 जनवरी को विनोद कुमार को बुलाया था पूछताछ के लिए
ईडी ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी दोस्त विनोद कुमार के घर दबिश दी थी. इस दौरान ईडी की टीम ने कई चीजें अपने साथ ले गई. इसके बाद ईडी की टीम ने अवैध खनन से मामले में पूछताछ के लिए विनोद कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन, वो भी ईडी के समक्ष प्रस्तुत होना मुनासिब न समझे.
11 जनवरी को साहिबगंज उपायुक्त को बुलाया था समन भेजकर
अवैध खनन से जुड़े मामले में ईडी की टीम ने साहिबगंज उपायुक्त रामनिवास यादव के आवास पर सुबह-सुबह छापा मारा था. इस दौरान उपायुक्त के आवास और गोपनीय कार्यालय से नकद पैसा, गोली समेत अन्य सामान ईडी की टीम ने जब्त किया था. इसके बाद ईडी ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन उपायुक्त न पहुंचे और न उस समन का जवाब देना उचित समझे.
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