लातेहारः जिले के सदर थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज खबर है, जहां बीती रात भुसूर पंचायत के उलगाड़ा गांव में औरंगा नदी पर पुल निर्माण कार्य में लगे मुंशी बाल गोविंद साव (50) की गला रेतकर हत्या कर दी गई. उलगाड़ा गांव निवासी बाल गोविंद साव वार्ड सदस्य भी थे. उग्रवादियों ने लेवी के लिए वार्ड सदस्य सह पुल निर्माण कार्य के मुंशी बाल गोविंद की हत्या धारदार हथियार से काटकर की है. झारखंड जन संघर्ष मुक्ति मोर्चा ने पर्चा फेंक कर घटना की जिम्मेदारी ली है. सूचना के बाद सदर थाना पुलिस घटनास्थल पहुंची और मामले की छानबिन में जुट गई है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पुल निर्माण कार्य के साइडिंग पर बीती रात बाल गोविंद तथा समेत एक अन्य मुंशी रुके हुए थे. इसी दौरान लगभग 8 की संख्या में झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा के उग्रवादी घटना स्थल पर पहुंचे और मुंशी बाल गोविंद को पकड़ कर अपने साथ नदी किनारे ले गए. उग्रवादियों ने वहां बाल गोविंद साव की जमकर पिटाई कर दी. उसके बाद धारदार हथियार से मारकर उनकी हत्या कर दी. उग्रवादियों ने घटनास्थल पर प्रदीप सिंह के नाम से एक पर्चा भी फेंका है और घटना की जिम्मेदारी ली है. पर्चा में साफ-साफ लिखा हुआ है कि ठेकेदार की गलती के कारण मुंशी की हत्या की गई है.
बोला बेटा-दिसंबर बाद ही पापा छोड़ने वाले थे मुंशी का काम
मृतक के पुत्र अरविंद साहू ने बताया कि उनके पिता गांव के वार्ड सदस्य भी थे. पिछले कुछ महीनों से वह पुल निर्माण कार्य में मुंशी का काम भी कर रहे थे. अरविंद ने बताया कि उग्रवादियों द्वारा संवेदक को धमकी देने की सूचना भी मिली थी. रंगदारी की मांग की जा रही थी. धमकी के बाद घर वालों ने उन्हें मुंशी का काम छोड़ने की बात कही थी. दिसंबर के बाद मुंशी का काम छोड़ देते, परंतु बीती रात ही उग्रवादियों ने उनकी हत्या कर दी. घटना की सूचना देने के बाद रात में पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची.
स्थानीय लोगों का फूटा गुस्सा, शव उठाने से रोका
इधर घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है. खबर लिखे जाने तक आक्रोशित लोगों ने पुलिस को मृतक के शव को घटनास्थल से उठाने पर रोक दिया था. ग्रामीणों का कहना था कि मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी के साथ 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए. इसके बाद ही बॉडी को उठाने दिया जाएगा.
पुलिस कर रही है मामले की छानबीन
इस संबंध में लातेहार पुलिस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि बीती रात पुलिस को सूचना मिली थी कि उग्रवादियों द्वारा पुल निर्माण कार्य में लगे मुंशी की पिटाई की गई है. सूचना के बाद पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची, परंतु यहां पहुंचने पर पता चला कि मुंशी की हत्या हो गई है. उन्होंने कहा कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी होगी.
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