Joharlive Team

रांची। झारखंड में पान मसाला, तंबाकू की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध है तो सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करना भी निषेध कर दिया है। इसके बावजूद शहर में ना केवल बिक्री हो रही है बल्कि खुलेआम लोग सार्वजनिक स्थानों पर इसका उपयोग भी कर रहे हैं। झारखंड सरकार द्वारा 8 मई 2020 को अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें यह बताया गया कि राज्य में बिक्री होने वाले विभिन्न पान मसाले में मैग्नीशियम कार्बोनेट पाए जाने की वजह से अगले आदेश तक इन 11 पान मसालाओं को राज्य में प्रतिबंधित कर दिया गया है।

प्रतिबंधित किए गए पान मसाले
रजनीगंधा पान मसाला
राज निवास पान मसाला
पान पराग
शिखर पान मसाला
विमल पान मसाला
बहार पान मसाला
सेहरत पान मसाला
पान पराग प्रीमियम

अधिसूचना जारी किए जाने के बाद विभिन्न पान मसालों को 31 मई 2020 तक राज्य के बाहर ले जाए जाने का आदेश भी जारी कर दिया गया, जिसके बाद 1 जून 2020 से उत्पादों का परिवहन और भंडारण पर प्रतिबंध लगा दी गई। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद यह बात स्पष्ट है कि राज्य में इन पान मसालाओं की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। लेकिन जो तस्वीरें सामने आई हैं वह सरकारी आदेश को ठेंगा दिखाने वाली है। दरअसल राजधानी में सरेआम इन प्रतिबंधित पान मसालों की बिक्री हो रही है।

लोकेशन 1- राजधानी रांची के हरमू इलाका में एक छोटे से पान दुकान में महिला बैठी है। लोग यहां पहुंच रहे हैं और ऊंची कीमत पर इन प्रतिबंधित पान मसालाओं को आसानी से खरीद कर सेवन कर रहे है। वहीं, जब भी मीडिया के रिपोर्टर ने उस पान दुकान में जाकर प्रतिबंधित गुटके की मांग की तो महिला ने यह कह कर गुटका देने से मना कर दिया कि आप अगर खाते तो आपको इसकी कीमत का पता चलता।

लोकेशन 2- इसी तरह कई जगहों पर आसानी से प्रतिबंधित पान मसाला की खरीद और बिक्री लगातार हमने अपने कैमरे में कैद की। अब हम पहुंचे मोराबादी मैदान जहां पर जब रिपोर्टर ने पान मसाले की मांग की तो बगैर किसी डर के अंदर छुपा कर रखे प्रतिबंधित पान मसाला को दे दिया गया।

हालांकि, सभी की कीमत एमआरपी से ज्यादा है। इस बाबत जब दुकानदारों से पूछा गया तो उनका कहना है कि बहुत मुश्किल से यह माल मिल रहा है. अगर चाहिए तो कीमत इतनी ही देनी होगी। फिर इसी तरह हमने मोराबादी के विभिन्न पान दुकानों में जाकर देखा तो हमें पता चला कि हर जगह आसानी के साथ यह प्रतिबंधित पान मसाला उपलब्ध है। बशर्ते उसके लिए कीमत थोड़ी ज्यादा देनी होती है।

लोकेशन 3- जिसके बाद रेडियम रोड की भी वही तस्वीर देखने को मिली, जहां पर ऊंची कीमत में प्रतिबंधित पान मसाला आसानी से उपलब्ध है।

लोकेशन 4- हद तो तब हो गई जब समाहरणालय यानी वह जगह जहां पर शहर की विधि-व्यवस्था लागू करने की योजना तैयार होती है। यानी जिला प्रशासन के ठीक नाक के नीचे प्रतिबंधित पान मसाला की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है।

मामले को लेकर रांची की एसडीओ समीरा एस ने बताया कि कोविड-मैनेजमेंट को देखते हुए इन तमाम पान मसालों को प्रतिबंधित किया गया है। वहीं, जब हमने रांची के एसडीओ को शहर में धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं। प्रतिबंधित पान मसाला की जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि अचानक से इस पर प्रतिबंध लगाए जाने की वजह से इन उत्पादों की ब्लैक मार्केटिंग हो रही है, इसीलिए जरूरी है तो उन्हें जागरूक करने की तो इसके लिए जल्द ही एक अभियान शुरू होगा। जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

बहरहाल इन विभिन्न पान मसाला को नुकसानदायक बताते हुए इसके खरीद और बिक्री पर रोक लगा दी गई है लेकिन शहर में आसानी से प्रतिबंधित पान मसाला की खरीद-फरोख्त हो रही है।

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