जमशेदपुर : जमशेदपुर में आपराधिक घटनाओं से पूर्व अपराधी द्वारा नशीली दवाइयों के सेवन करने का प्रचलन चला है. इसका खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस ने एक मामले में कुछ अपराधी को पकड़ा. हालांकि, पुलिस ने पूछताछ में आये बातों का सत्यापन कर जब संभावित ठिकानों पर छापेमारी की तो नशीली दवा के एक गिरोह का खुलासा हुआ है. उक्त जानकारी एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेसवार्ता में दी. उन्होंने कहा कि पुलिस ने करीब 30 लाख की नशीली दवा को जप्त किया है. इसमें एन 10, कॉरेक्स, कोडेक्स, इंजेक्शन समेत अन्य दवा शामिल है. पुलिस की यह कार्रवाई उलीडीह ओपी क्षेत्र में हुई है. इस दौरान पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा है. गिरफ्तार लोगों में राजकुमार गुप्ता, उमेश कुमार और सोनू पांडेय शामिल है.
गोदाम बनाकर घर मे छिपाया था नशीली दवाइयों को
एसएसपी ने कहा कि डिमना रोड स्थित मां वैभव लक्ष्मी मेडिकल स्टोर से नशे का यह अवैध कारोबार चल रहा था. दवाइयों को छिपाने के लिए दवा दुकानदार ने एक ऑटो पार्ट्स की दुकान के पीछे और अपने घर में गोदाम बना रखा था. छापेमारी के दौरान इन गोदामों से 30 लाख मूल्य की प्रतिबंधित दवाइयों की खेप बरामद की गई. पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार लोगों ने कई लोगों के नाम का खुलासा किया है. पुलिस जल्द उन्हें भी गिरफ्तार करेगी.
ज्यादातर अपराधी नशे की स्थिति में या नशे का सामान खरीदने के लिए देते है घटना को अंजाम
एसएसपी किशोर कौशल ने जानकारी दी कि हालिया समय में हुए आपराधिक घटनाओं में शामिल अपराधियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि ज्यादातर अपराधी या तो नशे की स्थिति में या नशे का सामान खरीदने के लिए आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इनसे पूछताछ के दौरान यह बात भी सामने आई कि ऐसी सीमित उपयोग और बिक्री वाली दवाईयां धड़ल्ले से कुछ मेडिकल दुकानों के द्वारा भेजी जा रही हैं.
ये दवाइयां Schedule H1 Category के अंतर्गत आती हैं. इन औषधियों की बिक्री के लिए रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर के प्रिस्क्रिप्शन और रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की देखरेख अनिवार्य है. इसके अलावा, औषधि अनुज्ञप्ति (लाइसेंस) प्राप्त करने के बाद ही इन दवाओं का व्यापार किया जा सकता है.
नशे की लत को बढ़ावा देती है इस तरह की दवाइयां
एसएसपी ने कहा कि यह दवा Habit Forming Drugs की श्रेणी में आती हैं, जो नशे की लत को बढ़ावा देती हैं. इनके दुरुपयोग से Drug Abuse की समस्या गंभीर होती जा रही है. इन दवाओं का नशे के लिए अवैध उपयोग NDPS Act 1985 की धारा 8(c) का उल्लंघन है.
नशे के रूप में दुरुपयोग करना या अवैध तरीके से संधारण गंभीर अपराध
NDPS Act 1985 के तहत इन दवाओं का उत्पादन, भंडारण, खरीद और बिक्री सख्त नियमों के तहत आती है. इनका नशे के रूप में दुरुपयोग करना या अवैध तरीके से संधारण करना गंभीर अपराध है. एसएसपी ने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानून के तहत कठोर कदम उठाए जाएंगे. पुलिस प्रशासन ने मेडिकल स्टोर्स को चेतावनी दी है कि वे इन नियमों का पालन करें और अवैध गतिविधियों से बचें. साथ ही, नशे के कारोबार पर नजर रखने के लिए छापेमारी अभियान जारी रहेगा.
इन-इन दवाओं को पुलिस ने किया है जप्त
1. ONEREX Cough Syrup 100 ml, 11 Cartoons (each Cartoons 120 bottles) 11*120 +18 – Bottles 1338
2. WINCEREX Cough Syrup, 20 Cartoons (each Cartoons 120 bottles) 120*20 = 2400 Bottles
3. SPASCORER von plus Tablet 136 Packets (each Packet 144 capsules) – 19,584 Capsules
4. SPASMOPROXYVON®️ PLUS-05 Packets (each packet 144 capsules)- 720 capsules
5. NITROSUN Tablet, 49 Packets (each packets 100 tablets) – 4900 Tablets
6. PENTAZOCIN LACTATE Injection IP, 43 Box (each Box 50 Ampoules) + 42 Ampoules – 2192 Ampoules
7. MCZOLE-0.5 Tablet, 50 patta (each Patta 12 tablets) = 600 Tablet
अवैध गतिविधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है.
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